श्रीनगर: राजकीय संयुक्त अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था इन दिनों पटरी से उतर चुकी है. अस्पताल के सर्जरी और गायनी विभाग के दो डॉक्टरों के कोरोना पॉजिटिव होने से अस्पताल में सर्जरी और गायनी विभाग ठप पड़ चुका है. जबकि मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल के कोविड अस्पताल बन जाने से यहां ओपीडी संचालित नहीं हो रही है. इससे संयुक्त अस्पताल पर मेडिकल का सारा दवाब आ गया है.
श्रीनगर संयुक्त अस्पताल में पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली से लोग अपने इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. हालात ये हैं कि गायनी विभाग में एक महिला रुद्रप्रयाग से अपनी डिलीवरी के लिए पहुंची. महिला का रैपिड टेस्ट कराया गया जहां टेस्ट पॉजिटिव आया. इसके बाद उस महिला को बेस अस्पताल भेजा गया. लेकिन बेस अस्पताल में महिला का रैपिड टेस्ट निगेटिव आया. इस तरह महिला को कभी बेस तो कभी संयुक्त अस्पताल के चक्कर काटने पड़े. आखिरी में बेस-संयुक्त अस्पताल के 5 चक्कर लगाने के बाद बेस अस्पताल में महिला की डिलीवरी की गई. महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई.
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संयुक्त अस्पताल में स्टाफ का भी टोटा बना हुआ है. अस्पताल को 11 नर्सों की जरूरत है, लेकिन नर्सों की कमी भी अस्पताल में भर्ती मरीजों पर भारी पड़ रही है. अस्पताल के सीएसएस डॉ. गोविंद पुजारी ने बताया कि इन दिनों अस्पताल बहुत दबाव में काम कर रहा है. अगर उन्हें बेस अस्पताल से सर्जन और एक गायनी के विशेषज्ञ मिलते हैं, तो व्यवस्था को सुधारा जा सकता है.