पौड़ी: उपजिलाधिकारी अंशुल सिंह ने कोरोना महामारी में दिन-रात ड्यूटी देने वाले होम गार्डों के कामों की सराहना की है. उन्होंने कहा कि इस समय होमगार्ड ही असली कोरोना वॉरियर हैं, जो कि चौबीसों घंटे जिला प्रशासन की मदद के लिए आगे आ रहे हैं, जिनका वे दिल से धन्यवाद करते हैं. जनपद पौड़ी में आने वाले प्रवासियों की देखरेख और उनके खाने की व्यवस्था के लिए शुरूआती दौर से होमगार्ड पूरी मेहनत से कार्य कर रहे हैं. जबकि होमगार्ड की कार्य अवधि मात्र 8 घंटे है, लेकिन यह सभी लोग जिला प्रशासन और सरकार की मदद के लिए 24 घंटे कार्य कर रहे हैं.
उपजिलाधिकारी अंशुल सिंह ने कहा कि लॉकडाउन होने के शुरूआती दौर से ही सभी होमगार्ड अपने-अपने स्तर पर प्रशासन की मदद कर रहे हैं. पौड़ी पहुंचने वाले प्रवासियों को उनके ब्लॉक तक पहुंचाने के लिए भी होमगार्ड ने काफी मेहनत की है. साथ ही कहा कि कोरोना संक्रमण के पूरी तरह समाप्त होने के बाद इन सभी लोगों को सम्मानित भी किया जाएगा. वहीं होम गार्ड कुलदीप ने कहा कि उन पर प्रशासन का किसी प्रकार से कोई दबाव नहीं है. यह उनकी इच्छा है कि वह सरकार और प्रशासन की मदद के लिए 24 घंटे कार्य कर रहे हैं.
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बता दें कि लॉकडाउन घोषित होने के बाद जनपद में प्रवेश करने वाले अधिकतर लोग पहले पौड़ी पहुंच रहे थे, फिर उनकी स्क्रीनिंग होने के बाद उन्हें क्वारंटाइन केन्द्रों में रखा जा रहा है. इन क्वारंटाइन केन्द्रों की निगरानी जिला प्रशासन पौड़ी की ओर से की जा रही है. क्वारंटाइन केन्द्रों में ज्यादातर होमगार्ड तैनात हैं. होमगार्ड दिन रात प्रवासियों के रहने और खाने की व्यवस्था में लगे हुए हैं, 8 घंटे की ड्यूटी देने वाले होमगार्ड इस महामारी में 24 घंटे ड्यूटी दे रहे हैं.