देहरादूनः उत्तराखंड क्रांति दल ने अंकिता भंडारी मर्डर केस (Ankita Bhandari Murder Case) की जांच पर सवाल उठाए हैं. यूकेडी का कहना है कि साक्ष्य मिटाने के लिए बुलडोजर चलाया गया है. जिस कमरे में अंकिता रहती थी, उस कमरे में बुलडोजर चलाया गया है, जो सबूत मिटाने के लिए बड़ी साजिश है. उन्होंने अंकिता मर्डर केस की जांच सीबीआई से कराने की मांग भी उठाई है. वहीं, यूकेडी ने 2 अक्टूबर को उत्तराखंड बंद का आह्वान किया है.
उत्तराखंड क्रांति दल (Uttarakhand Kranti Dal) के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी (Kashi Singh Airy) का कहना है कि वहीं बुलडोजर चलाया गया, जहां अंकिता रहती थी, जबकि ये किसी सरकारी आदेश के तहत नहीं हुआ है. बल्कि, वहां की जनप्रतिनिधि ने रिजॉर्ट में बुलडोजर चलवाया है. उन्होंने कहा कि हमें और जनता में भी यह संदेह है कि शायद साक्ष्य मिटाने के लिए उस कमरे को तोड़ा गया है, जहां अंकिता रहती थी.
काशी सिंह ऐरी का कहना है कि यूकेडी नेताओं ने मुख्यमंत्री और डीजीपी से मुलाकात करके यह जिक्र किया है कि अगर साक्ष्यों को मिटाने की कोई साजिश होगी या फिर सरकार इस मामले की सही तरीके से पैरवी नहीं करेगी तो यूकेडी आंदोलन के जरिए इस प्रकरण को पुरजोर तरीके से उठाएगी. उन्होंने कहा कि हालांकि सरकार की तरफ से उन्हें इस मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन मिला है, लेकिन फिर भी सरकार को सचेत करने के लिए उत्तराखंड क्रांति दल ने 2 अक्टूबर को उत्तराखंड बंद का आह्वान किया है.
अंकिता हत्याकांड से डरी और सहमी गढ़वाल विश्वविद्यालय की छात्राएंः अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों में भारी आक्रोश और गम है. गढ़वाल विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं (HNB Garhwal University Students) का कहना है कि वो भी घर से दूर यहां पढ़ने के लिए आई हैं. इस तरह की घटनाओं से उनके परिजन भी डरे सहमे हुए हैं. खुद उन्हें भी असुरक्षा की भावना पैदा हो रही है. उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन को इस संबंध में सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. जिससे कि आगे कोई भी इस तरह का दुस्साहस करने की जहमत न उठा पाए.
क्या था मामलाः बता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के डोभ श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. ये रिजॉर्ट बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित का था. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी, लेकिन बीती 18 सितंबर को अंकिता रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. वहीं, 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी. लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया और पूछताछ की, तब जाकर तीनों ने राज उगला. इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
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