श्रीनगर: एक दिसंबर को हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय का दसवां दीक्षांत समारोह आयोजित (10th Convocation of Garhwal University) किया जाएगा. जिसकी लगभग सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. इस वर्ष आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह में ढोलसागर के प्रखर विद्वान, ढोलवादक सोहन लाल (Dholsagar Sohan Lal at the convocation) को विवि डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित करने जा रहा है. ढोल वादक सोहन लाल को ये सम्मान उत्तराखंड की संस्कृति को संजोने और संवारने के लिए दिया जा रहा है.
टिहरी के रहने वाले हैं सोहनलाल: ढोलसागर के प्रखर विद्वान, ढोलवादक सोहन लाल पुजारगांव चंद्रबदनी (टिहरी) के रहने वाले हैं. सोहन लाल पांडव, गोरिल, नागराजा, दिशा धांकुड़ी, बगड़वाल सहित ढोल वादन के अन्य सभी आयामों में पारंगत हैं. उन्होंने पांच साल की उम्र से ही ढोल बजाना शुरू कर दिया था. उनके पिता ग्रंथी दास ने उन्हें ढोल वादन की शुरुआती शिक्षा दी. उनकी मां लौंगा देवी ने चैत गीत (चैत्वाली), नागराजा गीत उन्हें सिखाये.
पढे़ं- रामनगरः मॉर्निंग वॉक पर निकली महिला को तेज रफ्तार कार ने मारी टक्कर, मौत
हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के दसवें दीक्षांत समारोह में 59 छात्रों को गोल्ड मेडल दिए जाएंगे. जिसमें से 45 गोल्ड मेडल विवि अपनी तरफ से देगा, जबकि 14 गोल्ड मेडल दानदाताओं द्वारा दिये जायेंगे. इस साल आयोजित हो रहे दीक्षांत समारोह में 4531 यूजी ग्रेजुएट, 246 पीजी,150 पीएचडी छात्रों को को उपाधि दी जाएगी. कार्यक्रम में फस्ट इंडिया फाउंडेशन के चेयरमैन और पूर्व नीति आयोग के अध्यक्ष डॉ राजीव कुमार मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे.
पढे़ं- यूपी की तर्ज पर उत्तराखंड के मदरसों का भी होगा मॉर्डनाइजेशन, ड्रेस कोड भी किया जाएगा लागू
गढ़वाल विश्वविद्यालय की कुलपति अनपूर्णा नौटियाल ने बताया कि ये साल विवि का स्वर्ण जयंती साल भी है. आने वाले एक दिसम्बर को विवि की स्थापना को 50 वर्ष पूरे हो जाएंगे. इसे देखते हुए वर्ष भर विवि में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम, शैक्षणिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा. 1 दिसम्बर को ही पहले इंडिया फाउंडेशन और विवि के तत्वावधान में इंडियन हिमालयन यूनिवर्सिटी के 14 कॉलेज के 14 वीसी श्रीनगर आएंगे. ये सभी 2047 के भारत के बारे में चर्चा करेंगे. इस कार्यक्रम में 40 से अधिक बुद्धिजीवी हिस्सा लेंगे.