श्रीनगर: हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में भौतिक विभाग में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर संजय उपाध्याय को यंग साइंटिस्ट का अवॉर्ड से नवाजा गया है. प्रोफेसर संजय उपाध्याय को ये अवॉर्ड भारत सरकार के प्रतिष्ठित संस्थान इंडियन नेशनल साइंस अकादमी नई दिल्ली द्वारा दिया गया है. प्रोफेसर संजय उपाध्याय को भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में किये गये योगदान के लिए यंग साइंटिस्ट का अवॉर्ड दिया गया.
असिस्टेंट प्रोफेसर संजय उपाध्याय लंबे समय से मल्टी फेरोइक ,फेरो इलेक्ट्रिक मैटीरियल पर शोध कार्य कर रहे हैं. मूल रूप से पिथौरागढ़ बेरीनाग के रहने वाले संजय उपाध्याय पिछले एक वर्ष से हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. संजय का सुरुवाती जीवन बेरीनाग में ही गुजरा. उन्होंने राई आगर इंटर कॉलेज से अपनी इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की. डीएसबी कैम्पस नैनीताल से उन्होंने बीएससी की पढ़ाई पूरी की. जीबी पंत नगर यूनिवर्सिटी से उन्होंने भौतिक विज्ञान विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन की. इसके बाद संजय ने भारतीय परमाणु विभाग इंदौर से अपनी पीएचडी पूरी की. भारत में कार्य करने के साथ साथ संजय अमेरिका, चीन, सिंगापुर, पोलैंड ,चेक रिपब्लिक,सहित अन्य देशों में अपना शोध कार्य प्रस्तुत कर चुके हैं.
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पिथौरागढ़ के एक सामान्य परिवार में जन्मे संजय के पिता स्वर्गीय दीप चंद उपाध्याय जर्नल स्टोर की दुकान चलाया करते थे, हाल ही में उनके पिता का साथ छूट गया, जबकि माता मुनि उपाध्याय गृहणी हैं. संजय अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने परिजनों और गुरुजनों को देते हैं. संजय ने बताया वे आगे फेरो इलेक्ट्रिक मेटेरियल पर शोध जारी रखेंगे. संजय की इस उपलब्धि पर गढ़वाल केन्द्रीय विवि में भी खुशी की लहर है. गढ़वाल विवि की कुलपति अन्नपूर्णा नौटियाल ने संजय को यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड मिलने पर बधाई दी है.