श्रीनगरः बीजेपी के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बड़ा बयान देते हुए प्रदेश के युवाओं से माफी मांगी है. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देहरादून में युवाओं पर पुलिस ने जो लाठीचार्ज किया था, उससे उनका मन बेहद दुखी है. युवाओं के ऊपर पुलिस को ऐसा बर्ताव नहीं किया जाना चाहिए था.
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वे इस प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इसलिए वो सभी युवाओं और उनके परिजनों से माफी मांगते हैं. लाठीचार्ज की घटना नहीं होनी चाहिए थी. क्योंकि, युवा रोजगार की मांग को लेकर ही प्रदर्शन कर रहे थे. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस मामले में जांच की मांग की है. साथ ही कहा कि जो भी दोषी था, उन पर कार्रवाई भी होनी चाहिए.
वहीं, लोकसभा चुनाव लड़ने पर जब त्रिवेंद्र सिंह रावत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वे पार्टी के सीनियर कार्यकर्ता हैं और प्रदेश के सीएम रह चुके हैं. इसलिए कार्यकर्ता बोलते हैं कि उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए, लेकिन लोकसभा चुनाव लड़ना है या नहीं. ये फैसला पार्टी करती है.
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तीरथ सिंह रावत अभी युवा हैं, उन्हें प्राथमिकता मिलनी चाहिएः पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पार्टी जैसा कहेगी, वो वैसा ही करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि तीरथ सिंह रावत अभी युवा हैं, अगर वे फिर से चुनाव लड़ना चाहते हैं तो उन्हें प्राथमिकता मिलनी चाहिए, लेकिन इसका फैसला भी पार्टी को ही करना है.
सीएम बदलने की सुगबुगाहट पर क्या बोले त्रिवेंद्रः उत्तराखंड में सीएम बदलने की सुगबुगाहट को त्रिवेंद्र सिंह रावत ने खारिज किया है. प्रदेश को इस समय एक स्थिर सरकार की जरूरत है. सीएम पद पर बदलाव मात्र एक अफवाह है. इसका सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है ना ही प्रदेश में ऐसा कुछ होने जा रहा है.
जोशीमठ में वैज्ञानिकों की राय के बाद ही लिया जाए कोई फैसलाः जोशीमठ आपदा पर बोलते हुए त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि जोशीमठ का पूरा इलाका रहने लायक नहीं है. वैज्ञानिक भी बोल चुके हैं कि पूरा इलाका दलदली मिट्टी और गाद से बना है. इसलिए सरकार को वैज्ञानिकों की सलाह पर ही विस्थापन से लेकर पुनर्निर्माण का कार्य करना चाहिए. जल्दबाजी न सरकार दिखाए न ही जोशीमठ के लोग. जल्दबाजी में लिए गए निर्णय घातक भी हो सकते हैं.
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