पौड़ी: स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में आयोजित मानसिक दिव्यांग शिविर की अव्यवस्थाओं पर कोट के पूर्व ब्लॉक प्रमुख बिफर गए. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं को नाकाफी बताया. उन्होंने कहा कि विभाग की तरफ से आयोजित शिविर में दिव्यांगजनों के लिए बैठने तक की व्यवस्था नहीं है, जिस पर सीएमओ भी बचते नजर आए.
राज्य के सबसे बड़े 15 विकासखंडों के मुख्यालय पौड़ी में आयोजित मानसिक दिव्यांग शिविर में स्वास्थ्य विभाग की उम्मीद से कहीं अधिक दिव्यांगजन पहुंचे. लेकिन असहाय दिव्यांगजनों को अस्पताल में बैठने तक की जगह भी नहीं मिली. इसी बीच कोट ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुनील लिंगवाल अपने ब्लाक के दिव्यांगजनों की मदद के लिए अस्पताल पहुंचे. अव्यवस्था देख उन्होंने अस्पताल प्रशासन की व्यवस्थाओं पर विभाग को खरी-खोटी सुनाई.
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उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन विभिन्न प्रकार की परेशानियों से ग्रसित हैं. लिहाजा विभाग को उनके आवेदन और उनके नाम स्वयं ही पुकारे जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि कई दिव्यांगजन अपने परिजनों के साथ सुबह से अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी से शिकायत की. इस दौरान वहां बैठे सांसद प्रतिनिधि ओम प्रकाश जुगरान भड़क उठे. इस पर पूर्व प्रमुख लिंगवाल और जुगरान के बीच काफी गहमागहमी हो गई.
वहीं इस मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ प्रवीण कुमार ने कहा कि इस प्रकार का शिविर जिले में पहली बार आयोजित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उन्हें शिविर में इतने दिव्यांगजनों के पहुंचने की उम्मीद नहीं थी. भीड़ को देखते हुए अब हर महीने इस प्रकार के शिविरों का आयोजन किया जाएगा.