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पौड़ी के जंगलों में लगी आग हुई बेकाबू, 115 हेक्टेयर जंगल जलकर राख

पौड़ी के दमदेवल रेंज के सिविल और आरक्षित वन आग की वजह से जल रहे हैं. वन प्रभाग के गढ़वाल और सिविल डिविजन में 60 से अधिक वनाग्नि की घटनाओं से 115 हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो चुके हैं.

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पौड़ी के जंगलों में लगी आग हुई बेकाबू
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Published : Apr 18, 2022, 5:41 PM IST

पौड़ी: उत्तराखंड के जंगलों में आग (Forest Fire in Uttarakhand) तांडव मचा रही है. पौड़ी के दमदेवल रेंज के सिविल और आरक्षित वन आग की वजह से जल रहे हैं. वन प्रभाग के गढ़वाल और सिविल डिविजन में 60 से अधिक वनाग्नि की घटनाओं से 115 हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो चुके हैं. वन विभाग की टीम बेकाबू आग पर नियंत्रण पाने के लिए जूझ रही है.

वहीं, श्रीनगर के जंगलों में लगी आग अब आबादी का रुख करने लगी है. गढ़वाल वन प्रभाग के डीएफओ सोहन लाल ने बताया कि दोनों ही जगहों पर वन विभाग की टीमें आग बुझाने में जुटी हैं. रविवार को एक बार आग पर काबू पा लिया गया था. लेकिन, सोमवार को फिर से आग धधक गई. उन्होंने बताया कि अभी तक 78.15 हेक्टेयर रिजर्व और 37.35 हेक्टेयर सिविल वन आग की चपेट में आने से खाक हो चुके हैं.

पढ़ें: उत्तराखंड में पटरी पर लौटे पर्यटन की स्पीड पर 'ब्रेक' लगाती वनाग्नि, सरकार को रहना होगा सचेत

साल 2022 की बात करें तो 15 फरवरी से लेकर के 14 अप्रैल तक आरक्षित वन क्षेत्र में 384 जगह आग लगी है. जबकि सिविल पंचायत क्षेत्र में 117 जगह आग की घटनाएं हुई हैं. यानी कुल मिलाकर इस साल आग लगने की अब तक 501 घटनाएं हो चुकी हैं. इस साल अब तक 663.94 हेक्टेयर जंगल को नुकसान हुआ है. जिसमें राज्य को 19,67,578 रुपए की आर्थिक क्षति हुई है.

पौड़ी: उत्तराखंड के जंगलों में आग (Forest Fire in Uttarakhand) तांडव मचा रही है. पौड़ी के दमदेवल रेंज के सिविल और आरक्षित वन आग की वजह से जल रहे हैं. वन प्रभाग के गढ़वाल और सिविल डिविजन में 60 से अधिक वनाग्नि की घटनाओं से 115 हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो चुके हैं. वन विभाग की टीम बेकाबू आग पर नियंत्रण पाने के लिए जूझ रही है.

वहीं, श्रीनगर के जंगलों में लगी आग अब आबादी का रुख करने लगी है. गढ़वाल वन प्रभाग के डीएफओ सोहन लाल ने बताया कि दोनों ही जगहों पर वन विभाग की टीमें आग बुझाने में जुटी हैं. रविवार को एक बार आग पर काबू पा लिया गया था. लेकिन, सोमवार को फिर से आग धधक गई. उन्होंने बताया कि अभी तक 78.15 हेक्टेयर रिजर्व और 37.35 हेक्टेयर सिविल वन आग की चपेट में आने से खाक हो चुके हैं.

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साल 2022 की बात करें तो 15 फरवरी से लेकर के 14 अप्रैल तक आरक्षित वन क्षेत्र में 384 जगह आग लगी है. जबकि सिविल पंचायत क्षेत्र में 117 जगह आग की घटनाएं हुई हैं. यानी कुल मिलाकर इस साल आग लगने की अब तक 501 घटनाएं हो चुकी हैं. इस साल अब तक 663.94 हेक्टेयर जंगल को नुकसान हुआ है. जिसमें राज्य को 19,67,578 रुपए की आर्थिक क्षति हुई है.

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