श्रीनगर: सरकार की हर घर जल योजना को कोई और नहीं, बल्कि विभागीय अधिकारी और ठेकेदार ही पलीता लगाने में लगे हुए हैं. ये आरोप हम नहीं लग रहे हैं, बल्कि पौड़ी जिले के खिर्सु ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले फरासु गांव के ग्रामीण कह रहे हैं. फरासु गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में हर घर जल योजना के तहत जो पाइप लाइन बिछाई गई थी, वो आधी अधूरी छोड़ दी गई. इससे न सिर्फ लोग दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं, बल्कि 120 परिवार भी पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं.
विभागीय अधिकारियों की इस कार्यशैली से नाराज ग्रामीणों ने मंगलवार 27 दिसंबर को जल संस्थान के कार्यालय का घेराव किया और आधी-अधूरी पड़ी पाइप लाइनों को पूरा करने की मांग की. ताकि 120 परिवारों को योजना का लाभ मिल सके और उन्हें बूंद-बूंद पानी के लिए न तरसना पड़े.
पढ़ें- उत्तराखंड में कोरोना BF.7 वेरिएंट से निपटने की तैयारी, मॉकड्रिल में ऐसी मिली व्यवस्थाएं
फरासु गांव के रहने वाले पंकज रावत ने बताया कि उनके गांव में 120 परिवार रहते हैं, जिनकी कुल संख्या 500 के आस-पास है. उन सभी ग्रामीणों ने अपने घर पर हर घर जल योजना के तहत पेयजल कनेक्शन लेना था, लेकिन संबंधित ठेकेदार ने पेयजल योजना के पाइप पूरे गांव पर में फैला दिए हैं, लेकिन साल भर बाद भी इस योजना को पूरा नहीं किया है.
ग्रामीण विजय बहुगुणा ने बताया कि पिछले आठ माह से उनके गांव के लोग हर घर जल योजना का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन विभागीय अधिकारियों की हिलाहवाली और ठेकेदार की लापरवाही के कारण उन्हें योजना का लाभ ही नहीं मिल पा रहा है. ग्रामीणों ने जल्द से जल्द काम पूरा नहीं होने पर जल संस्थान को आंदोलन की चेतावनी दी है.
पढ़ें- CM धामी ने अधिकारियों को फील्ड में जाने के दिए निर्देश, सुराज- सुशासन और सरलीकरण पर चर्चा
वहीं, ग्रामीणों के आरोपों पर जलसंस्थान के जेई पंकज पटेल ने बताया कि ग्रामीण अपना विरोध जाहिर करने कार्यालय पर आये थे, उनकी शिकायत के आधार पर ठेकेदार को कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, जल्द ही योजना का काम पूरा कर लिया जाएगा.