श्रीनगरः उत्तराखंड में अंकिता भंडारी मर्डर केस (Ankita Bhandari Murder Case) के लगातार महिला अपराध के मामले खुलकर सामने आ रहे हैं. श्रीनगर में भी ममता बहुगुणा करीब तीन साल से लापता है. ममता के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने मामले की जांच सही से नहीं की और अब मामले की लीपापोती करने में जुटी है. पुलिस प्रशासन के ऊपर राजनीतिक दबाव है. उन्होंने सरकार से मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है.
ममता बहुगुणा के भाई प्रदीप जोशी ने बताया कि ममता के ससुराल पक्ष ने इस मामले में पुलिस में रिपोर्ट तक दर्ज नहीं करवाई. जबकि वो अपने ससुराल से ही गायब (Srinagar married woman missing) थी. उल्टा उनकी बहन को बदनाम किया जा रहा है कि वो किसी के साथ भाग गई है. उनका परिवार तीन साल से ममता की तलाश में भटक रहा है. वो मंत्रियों से लेकर अधिकारियों तक से गुहार लगा चुके हैं. उनका आरोप है कि पुलिस ने इस प्रकरण में सही ढंग से विवेचना नहीं की. कुछ रसूखदारों के इशारे पर केस को हल्का किया गया. मामले की तह तक पहुंचे बिना केस को बंद कर दिया गया. उन्होंने सरकार से इस मामले में सीबीआई जांच की मांग उठाई है.
ममता बहुगुणा के करीबी दोस्तों ने बताई सच्चाईः वहीं, ममता (Mamta Bahuguna Missing Case) को करीब से जानने वाली उनकी दोस्त शालिनी चंदोला और वंदना भट्ट बताती हैं कि ममता बहुत बहादुर लड़की थी. वो आत्महत्या जैसा कोई कदम नहीं उठा सकती. उन्होंने उसकी हत्या का अंदेशा जताया है. उनका कहना है कि उसके ससुराल वाले उसे परेशान किया करते थे. उसका दो बार गर्भपात तक करवाया गया. मामले में उसके ससुराल वालों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
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CBI जांच की मांगः वहीं, इस मामले पर अधिवक्ता चंद्रभान तिवारी ने बताया कि ममता जोशी प्रकरण (Mamta Joshi Missing) में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी श्रीनगर की ओर से पुलिस को मामले में फिर से जांच करने के आदेश दिए गए हैं. पुलिस की ओर से लगाए गए क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया गया है. ये आदेश कोर्ट की ओर से 30 सितंबर को किए गए हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में सीबीआई से सही जांच की जा सकती है.
ममता जोशी बहुगुणा कब हुई थी लापताः दरअसल, 25 नवंबर 2019 को कीर्ति नगर के चौरास निवासी राजाराम जोशी की विवाहिता बेटी ममता श्रीनगर के नर्सरी रोड मोहल्ला स्थित अपने घर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी. अगले दिन उसके बड़े भाई दीपक जोशी ने ममता की गुमशुदगी श्रीनगर कोतवाली में दर्ज कराई. ममता का फोन घर पर ही था, जबकि उसका चप्पल नैथाणा झूला पुल से बरामद हुआ था. उसके नदी में छलांग मारने की आशंका को देखते हुए पुलिस, एसडीआरएफ और जल पुलिस ने अलकनंदा नदी में सर्च अभियान चलाया था, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला.