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नगर निगम के विरोध में डुंगरी पंथ के ग्रामीण, मशाल जुलूस निकालकर किया प्रदर्शन - ग्रामीणों ने कैबिनट मंत्री धन सिंह रावत का किया विरोध

डुंगरी पंथ के ग्रामीण नगर निगम में शामिल नहीं होना चाहते हैं. ऐसे में गुस्साए ग्रामीणों ने नगर निगम श्रीनगर और स्थानीय विधायक और कैबिनट मंत्री धन सिंह रावत के विरोध में मशाल जुलूस निकालकर जमकर नारेबाजी की.

Dungri panth Villager protest
डुंगरी पंथ के ग्रामीण
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Published : Nov 19, 2021, 12:33 PM IST

श्रीनगर: डुंगरी पंथ के लोग नगर निगम श्रीनगर में शामिल नहीं होना चाहते है. इसको लेकर ग्रामीण लगातार मुखर हैं और प्रदर्शन कर आक्रोश जता रहे हैं. गुस्साए ग्रामीणों ने देर रात नगर निगम श्रीनगर के विरोध में मशाल जुलूस निकालकर स्थानीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

ग्रामीणों का कहना है कि नगर निगम में आने के बाद ग्रामीणों के हित प्रभावित हो रहे है. उन्होंने कहा कि नगर निगम में शामिल होने से उन्हें सरकार से ग्रामीण क्षेत्रों में मिलने वाली योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा. उन्हें भवन कर भी देना होगा. छोटी-छोटी चीजों के नक्से भी निगम से बनाने होंगे. जिसके चलते उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.

नगर निगम के विरोध में डुंगरी पंथ के ग्रामीण

पढ़ें: कृषि कानून की वापसी पर हरीश रावत बोले- सत्ता का अहंकार जनता के संघर्ष के सामने झुका

ग्रामीणों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी आपत्ति के बाद भी उन्हें नगर निगम में शामिल किया जाता है तो इसका विरोध किया जाएगा. लेकिन ग्रामीण किसी भी कीमत पर निगम में शामिल नहीं होंगे. इसके लिए ग्रामीणों को भूख हड़ताल करनी पड़े तो वे लोग करेंगे.

बता दें कि श्रीनगर नगर निगम बनाने के लिए न केवल श्रीनगर नगर पालिका परिषद का पूरा क्षेत्र इसमें लिया गया है, बल्कि, 21 गांव भी इसमें जोड़े गए हैं. इन गांव में नकोट, दिगोली, धनचड़ा, चंद्रवाड़ी, पुंडोरी, वैध गांव, रतड़ा, स्वीत, चोपड़ा लगा स्वीत, कोटेश्वर गुठ, फरासू, सेम, गहड़, बागवान लगा चोपड़ा, चोपड़ा, ढांमक, पथलगा, डुंगरी पंथ, डुगरीपथ, कलिया सौड़, हैडी, घोणलगा, उफल्डा शामिल हैं. नगर निगम श्रीनगर में शामिल कराए जाने की घोषणा के बाद से ही ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है.

श्रीनगर: डुंगरी पंथ के लोग नगर निगम श्रीनगर में शामिल नहीं होना चाहते है. इसको लेकर ग्रामीण लगातार मुखर हैं और प्रदर्शन कर आक्रोश जता रहे हैं. गुस्साए ग्रामीणों ने देर रात नगर निगम श्रीनगर के विरोध में मशाल जुलूस निकालकर स्थानीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

ग्रामीणों का कहना है कि नगर निगम में आने के बाद ग्रामीणों के हित प्रभावित हो रहे है. उन्होंने कहा कि नगर निगम में शामिल होने से उन्हें सरकार से ग्रामीण क्षेत्रों में मिलने वाली योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा. उन्हें भवन कर भी देना होगा. छोटी-छोटी चीजों के नक्से भी निगम से बनाने होंगे. जिसके चलते उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.

नगर निगम के विरोध में डुंगरी पंथ के ग्रामीण

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ग्रामीणों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी आपत्ति के बाद भी उन्हें नगर निगम में शामिल किया जाता है तो इसका विरोध किया जाएगा. लेकिन ग्रामीण किसी भी कीमत पर निगम में शामिल नहीं होंगे. इसके लिए ग्रामीणों को भूख हड़ताल करनी पड़े तो वे लोग करेंगे.

बता दें कि श्रीनगर नगर निगम बनाने के लिए न केवल श्रीनगर नगर पालिका परिषद का पूरा क्षेत्र इसमें लिया गया है, बल्कि, 21 गांव भी इसमें जोड़े गए हैं. इन गांव में नकोट, दिगोली, धनचड़ा, चंद्रवाड़ी, पुंडोरी, वैध गांव, रतड़ा, स्वीत, चोपड़ा लगा स्वीत, कोटेश्वर गुठ, फरासू, सेम, गहड़, बागवान लगा चोपड़ा, चोपड़ा, ढांमक, पथलगा, डुंगरी पंथ, डुगरीपथ, कलिया सौड़, हैडी, घोणलगा, उफल्डा शामिल हैं. नगर निगम श्रीनगर में शामिल कराए जाने की घोषणा के बाद से ही ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है.

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