कोटद्वार: तापमान बढ़ते ही कोटद्वार में पेयजल संकट गहराने लगा है. कोटद्वार नगर क्षेत्र के सनेह भाबर पट्टी के आधी आबादी में पिछले चार माह से पीने के पानी का संकट गहराया है. ग्रामीणों का कहना है की जल संस्थान के स्थानीय कर्मचारी आधा घंटा ही पेयजल आपूर्ति कर रहे हैं. जिसके चलते पानी सुचारू रूप से प्राप्त नहीं हो पा रहा है. सनेह पट्टी क्षेत्र के नाथुपुर, विशनपुर, जीतपुर, कुम्भीचौड़ के ग्रामीणों ने जल संस्थान के उच्च अधिकारियों को पेयजल संकट के वावत लिखित जानकारी भी दी. जिसके बाद भी आधी आबादी में पेयजल संकट गहराया है.
ग्रामीणों ने उप जिलाधिकारी को दिया ज्ञापन: मार्च माह में तापमान बढ़ने से कोटद्वार में पेयजल किल्लत होने लगी है. चार गांवों में पेयजल किल्लत होने पर ग्रामीणों ने तहसील परिसर पहुंचकर जल संस्थान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उप जिलाधिकारी कोटद्वार को ज्ञापन देकर पेयजल आपूर्ति की मांग की. वहीं ग्रामीणों ने उप जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित करते हुए कहा की चार माह से सनेह क्षेत्र में पेयजल की किल्लत बनी हुई है.पेयजल किल्लत की जानकारी जल संस्थान के उच्च अधिकारियों को कई बार दी गई. जल संस्थान के उच्च अधिकारी पेयजल समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं.
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आंदोलन करने की दी जानकारी: ग्रामीण महिला लीला देवी ने बताया की गांव में चार माह से पेयजल आपूर्ति सही से नहीं हो रही है. कभी आधा घंटा ही पानी आ रहा है जिसमें अपने लिए और मवेशियों के लिए प्राप्त पेयजल से आपूर्ति नहीं हो पा रही है. संयुक्त परिवार होने की वजह से पेयजल आपूर्ति करने में 5-6 घंटे का समय नष्ट हो रहा है. पेयजल आपूर्ति के लिए लोगों के घर व निकट ट्यूबवेल से पानी सर पर ढोकर लाना पड़ रहा है. वहीं उप जिलाधिकारी कोटद्वार ने तत्काल जल संस्थान के उच्च अधिकारियों को तहसील कार्यालय में पहुंचने को कहां गया है. क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति न होने की उचित जांच करवाई जायेगी, साथ ही सम्बंधित विभाग के उच्च अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जायेगी. लोगों का कहना है कि क्षेत्र में जल्द पेयजल संकट को दूर नहीं किया गया तो वो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.