श्रीनगर: अप्रैल के आखिरी हफ्ते में उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है. प्रदेश में चारधाम यात्रा की तैयारियों जोरों शोरों से चल रही है. आज गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने अप्रैल माह से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा की व्यवथाओं के बारे में जानकारी दी. गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने कहा चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी. उन्होंने बताया चारधाम यात्रा में रोस्टर के आधार पर डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी.
गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने कहा कि चारधाम यात्रा के शुरू होने से पहले पहले सभी व्यवस्थाएं समय रहते चाक चौबंद की जा रही हैं. चारधाम यात्रा मार्गों के साथ पैदल यात्रा मार्गों को भी दुरुस्त किया जा रहा है. यात्रा मार्गों पर पेयजल और शौचालय की व्यवस्था जगह जगह पर की गई है. जिससे यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी. रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में यात्रियों को धाम तक पहुंचाने वाले घोड़े खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण समय समय पर किया जाएगा. इसकी जिम्मेदारी पशु चिकित्साधिकारी को दी गई है.
पढे़ं- नैनीझील में बोटिंग करना हुआ महंगा, सैलानियों को नौका विहार के लिए चुकाने होंगे इतने रुपए
चारधाम में आकस्मिक सेवा के तौर पर हेली सेवा की व्यवस्था भी की गई है. स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देश दे दिए गए हैं कि वे कार्डियोलॉजिस्ट के साथ ही अन्य डॉक्टर्स की सूची का रोस्टर बनाकर समय से तैयार कर लें, जिससे यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके. गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने बताया कि रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी जिलों के जिला अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं कि वे चारधाम यात्रा को लेकर की जा रही सभी व्यवस्थाएं जांच लें, जिससे चारधाम यात्रा का सफल संचालन हो सके.