श्रीनगर: पहाड़ों में किस तरह से सरकारी धन को किसी तरह ठिकाने लगाया जाता है इसकी बानगी श्रीनगर विधानसभा के दूरस्थ गांवों में दिख रही है. दरअसल, सालों बाद मोल्ठाखाल से टीला गांव तक डामरीकरण का कार्य किया जा रहा है. जिसमें ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता को ताक पर रखकर घटिया मटीरियल का इस्तेमाल हो रहा है. आलम ये है कि हाथों से ही डामरीकरण उखड़ रहा है. वहीं, इस मामले का संज्ञान लेते हुए डीएम पौड़ी ने अधिशासी अभियंता को ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं.
दरअसल, श्रीनगर विधानसभा के अंतर्गत आने वाले दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र मोल्ठाखाल से टीला गांव तक जाने वाली सड़क पर इन दिनों डामरीकरण का काम चल रहा है. टीला गांव के ग्रामीणों ने इस सड़क के डामरीकरण की मांग उठाई थी. वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि डामरीकरण का काम मानकों के अनुरूप नहीं किया जा रहा है. ग्रामीणों द्वारा इस सड़क के डामरीकरण का एक वीडियो सोशल मीडिया में अपलोड किया गया है जिसमें ग्रामीण सड़क के डामर को हाथों से निकालते हुए दिखाई दे रहे हैं.
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वहीं, इस वीडियो का जिलाधिकारी पौड़ी ने संज्ञान लिया है. जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने श्रीनगर डिवीजन पीएमजीएसवाई को निर्देश दिए हैं कि इस मामले में ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिये हैं. साथ ही अधिशासी अभियंता को मौके पर जाकर पूरे घटनाक्रम की जांच कर रिपोर्ट तैयार करने को भी कहा है. उधर, ग्रामीणों ग्रामीणों चेतावनी देते हुए कहा कि अगर डामरीकरण का कार्य मानकों के अनुरूप नहीं किया गया तो वह आंदोलन के लिए विवश होंगे.