पौड़ी: कल्जीखाल ब्लाक के जनशक्ति सड़क को बनाने की सरकार से लंबे समय से मांग करने के बावजूद सड़क का निर्माण कार्य नहीं करवाया गया. जिसके चलते ग्रामीणों ने श्रमदान करके इस कच्ची सड़क का निर्माण किया. जिसका उद्घाटन 2016 में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया था. लेकिन अब जिला पंचायत पौड़ी ने श्रमदान से बने सड़क को खुद के निर्माण कार्य में जोड़कर 70 लाख का भ्रष्टाचार किया है. अब जिला पंचायत अध्यक्ष जांच कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं.
बता दें कि, कल्जीखाल ब्लाक के साकनी बड़ी, साकनी छोटी और नैथाण तक चार किलोमीटर इस जनशक्ति सड़क मार्ग को बिना सरकार की मदद के ग्रामाणों ने आपसी सहयोग से बनाया था. इस दौरान ग्रामीणों ने चंदा जमाकर श्रमदान से कच्ची सड़क का निर्माण 28 दिनों में पूरा किया था. तब से आज तक इस सड़क का देखरेख ग्रामीण ही करते आ रहे हैं.
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आरटीआई से हुए खुलासे के बाद जिला पंचायत द्वारा किए गए फर्जीवाड़े की असलियत सामने आई है. वहीं, जिला पंचायत ने कई निर्माण कार्य ऐसे दिखाए जो कभी नहीं किए गए. वहीं, जिला पंचायत की सिलसिलेवार घोटालों और फर्जीवाड़ों की परतें दरअसल काफी गहरी और लंबी हैं. घोटालेबाजों के दुस्साहस का परिणाम है कि सिंचाई गूल निर्माणकार्य और हैडपंप लगाने जैसे कार्य जो जिला पंचायत नहीं करती उन्हें भी जिला पंचायत ने करवाकर सरकारी धन को हड़पा है.