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पौड़ी: डीएफओ ने बताए जंगली जानवरों के हमले से बचने के उपाय - leopard attack pauri news

डीएफओ पौड़ी आकाश वर्मा ने कहा कि बहुत कम मामले ऐसे होते हैं, जब गुलदार घर के पास आकर किसी व्यक्ति पर आक्रमण करता है. इसका मुख्य कारण है कि हम लोग सावधानियों का ध्यान नहीं रखते हैं. उन्होंने लोगों के गुलदार के हमले से बचने के सुझाव भी दिए.

attack of wild animals pauri  news
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Published : Oct 14, 2020, 5:49 PM IST

पौड़ी: जनपद पौड़ी में पिछले साल के मुकाबले इस साल गुलदार के हमले की घटनाओं में कमी देखने को मिली है, लेकिन हर साल हो रहे गुलदार के आक्रमण से ग्रामीण क्षेत्रों के लोग काफी परेशान रहते हैं. वहीं इस विषय पर डीएफओ पौड़ी आकाश वर्मा की ओर से जानकारी दी गई है कि ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले लोग बेफिक्र होकर जंगल की ओर रुख करते हैं, जिससे अक्सर जंगली जानवरों के आक्रमण होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.

बहुत कम मामले ऐसे होते हैं जब गुलदार घर के पास आकर किसी व्यक्ति पर आक्रमण करता है. इसका मुख्य कारण है कि हम लोग सावधानियों का ध्यान नहीं रखते हैं और बेफिक्र होकर घने जंगलों की ओर चलने लगते हैं, जिससे अक्सर जंगली जानवरों के हमले की घटना घटित हो जाती है. यदि हम कुछ सावधानियां बरतें तो हर साल आक्रमण की घटनाओं में कमी जरूर देखने को मिलेगी. उन्होंने लोगों से गुजारिश की कि घने जंगलों की तरफ कम से कम आवाजाही करें, जब कभी अति आवश्यक हो तो झुंड में जंगलों की तरफ जाएं और दोपहर के समय ही जंगलों की तरफ आवाजाही करें.

यह भी पढ़ें-दो बच्चों का शिकार करने वाले गुलदार का अंत, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

साथ ही उन्होंने कहा कि डीएफओ पौड़ी आकाश वर्मा ने बताया कि गुलदार की ओर से जब भी किसी व्यक्ति पर आक्रमण किया जाता है और उस आक्रमण में उस व्यक्ति को जो भी क्षति पहुंचती है, उसका दुख परिवार और विभाग दोनों को होता है. आपको बता दें कि जनपद पौड़ी में साल 2020 में गुलदार के हमलों में 7 लोग घायल हुए हैं, जबकि 2 लोगों की मौत हुई है. वहीं साल 2019 के आंकड़ों की बात करें तो गुलदार के हमलों में 10 लोग घायल हुए हैं और 4 लोगों की मौत हुई थी, पिछले साल के मुकाबले इस साल गुलदार के हमलों की घटनाओं में कमी देखने को मिली है.

पौड़ी: जनपद पौड़ी में पिछले साल के मुकाबले इस साल गुलदार के हमले की घटनाओं में कमी देखने को मिली है, लेकिन हर साल हो रहे गुलदार के आक्रमण से ग्रामीण क्षेत्रों के लोग काफी परेशान रहते हैं. वहीं इस विषय पर डीएफओ पौड़ी आकाश वर्मा की ओर से जानकारी दी गई है कि ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले लोग बेफिक्र होकर जंगल की ओर रुख करते हैं, जिससे अक्सर जंगली जानवरों के आक्रमण होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.

बहुत कम मामले ऐसे होते हैं जब गुलदार घर के पास आकर किसी व्यक्ति पर आक्रमण करता है. इसका मुख्य कारण है कि हम लोग सावधानियों का ध्यान नहीं रखते हैं और बेफिक्र होकर घने जंगलों की ओर चलने लगते हैं, जिससे अक्सर जंगली जानवरों के हमले की घटना घटित हो जाती है. यदि हम कुछ सावधानियां बरतें तो हर साल आक्रमण की घटनाओं में कमी जरूर देखने को मिलेगी. उन्होंने लोगों से गुजारिश की कि घने जंगलों की तरफ कम से कम आवाजाही करें, जब कभी अति आवश्यक हो तो झुंड में जंगलों की तरफ जाएं और दोपहर के समय ही जंगलों की तरफ आवाजाही करें.

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साथ ही उन्होंने कहा कि डीएफओ पौड़ी आकाश वर्मा ने बताया कि गुलदार की ओर से जब भी किसी व्यक्ति पर आक्रमण किया जाता है और उस आक्रमण में उस व्यक्ति को जो भी क्षति पहुंचती है, उसका दुख परिवार और विभाग दोनों को होता है. आपको बता दें कि जनपद पौड़ी में साल 2020 में गुलदार के हमलों में 7 लोग घायल हुए हैं, जबकि 2 लोगों की मौत हुई है. वहीं साल 2019 के आंकड़ों की बात करें तो गुलदार के हमलों में 10 लोग घायल हुए हैं और 4 लोगों की मौत हुई थी, पिछले साल के मुकाबले इस साल गुलदार के हमलों की घटनाओं में कमी देखने को मिली है.

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