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सावधान! बड़ी तबाही ला सकते हैं बरसाती गदेरे, बेसुध प्रशासन

श्रीनगर के पौड़ी रोड़, बुगाणी-खिर्सू रोड़ समेत श्रीकोट तक एक दर्जन बरसाती गदेरे क्षेत्र के लिए मुसीबत का सबब बन सकती है.

बंद गदेरों से खतरा.
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Published : Jul 17, 2019, 6:58 PM IST

पौड़ी: उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में श्रीनगर के पौड़ी रोड, बुगाणी-खिर्सू रोड से लेकर श्रीकोट तक एक दर्जन बरसाती गदेरे मुसीबत का सबब बन सकते हैं. जिनके मुहानों पर कई भवन, स्कूल और दुकानें बन चुकी हैं. भवन निर्माण होने के चलते ये बरसाती गदेरे नालियों में तब्दील हो गए हैं. बावजूद इसके इन गदेरों पर लगातार निर्माण कार्य हो रहा है और प्रशासन इस खतरे से अनजान है.

बंद गदेरों से खतरा.

श्रीनगर के कई गदेरों के मुहानों पर मोहल्ले बस गए हैं. नगर के 57 में से 24-25 नाले पूरी तरह बंद हो चुके हैं और कुछ नाले आंशिक रूप से बंद हैं, जिससे खतरा और बढ़ गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही इन गदेरों को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया गया तो भारी तबाही हो सकती है.

पढे़ं: बारिश के चलते मंडियों तक सब्जी नहीं पहुंचा पा रहे काश्तकार, आसमान छू रहे दाम

गोविन्द बल्लभ पन्त यूनिवर्सिटी के भू-वैज्ञानिक एसपी सती का कहना है कि अतिक्रमण के कारण गदेरे बंद हो गए हैं. ऐसे में बरसात के समय नदियां उफान पर आ जाती है और गदेरों का बहाव भी तेज है जाता है. जिससे तबाही होने का खतरा बढ़ जाता है.

वहीं, जिलाधिकारी धीरज गब्र्याल का कहना है कि इस तरह के अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही बरसाती गदेरों पर अवैध निर्माण पाए जाने पर उसे हटाया भी जायेगा.

पौड़ी: उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में श्रीनगर के पौड़ी रोड, बुगाणी-खिर्सू रोड से लेकर श्रीकोट तक एक दर्जन बरसाती गदेरे मुसीबत का सबब बन सकते हैं. जिनके मुहानों पर कई भवन, स्कूल और दुकानें बन चुकी हैं. भवन निर्माण होने के चलते ये बरसाती गदेरे नालियों में तब्दील हो गए हैं. बावजूद इसके इन गदेरों पर लगातार निर्माण कार्य हो रहा है और प्रशासन इस खतरे से अनजान है.

बंद गदेरों से खतरा.

श्रीनगर के कई गदेरों के मुहानों पर मोहल्ले बस गए हैं. नगर के 57 में से 24-25 नाले पूरी तरह बंद हो चुके हैं और कुछ नाले आंशिक रूप से बंद हैं, जिससे खतरा और बढ़ गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही इन गदेरों को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया गया तो भारी तबाही हो सकती है.

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गोविन्द बल्लभ पन्त यूनिवर्सिटी के भू-वैज्ञानिक एसपी सती का कहना है कि अतिक्रमण के कारण गदेरे बंद हो गए हैं. ऐसे में बरसात के समय नदियां उफान पर आ जाती है और गदेरों का बहाव भी तेज है जाता है. जिससे तबाही होने का खतरा बढ़ जाता है.

वहीं, जिलाधिकारी धीरज गब्र्याल का कहना है कि इस तरह के अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही बरसाती गदेरों पर अवैध निर्माण पाए जाने पर उसे हटाया भी जायेगा.

Intro:Body:Riport- mohan kumar

एंकर- उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रो मे खतरा मडराने को है प्रसासन बेखबर है। टाइम बम बन चुके उत्तराखण्ड के गाड गदेरो में अतिक्रमण बढ़ रहा है मानसून आते ही ये गदेरे विकराल रूप ले लेते है जिससे की कोई भी बढ़ी दुर्घटना होने की सम्भावनाए हमेसा बनी रहती है इन गदेरो के किनारे दिन प्रतिदिन आवासीय बसतीया रातो-रात खड़ी हो जा रही है देखिये श्रीनगर से हमारी ये रिर्पोट -

विओ1 - मानसून ने दस्तक दे दी है। ऐसे में श्रीनगर में बरसाती गदेरों पर बन रहे अवैध निर्माण खतरे के सबब बने हुए है। ये निर्माण मानसून में बरसात के चलते कभी भी श्रीनगर शहर पर कहर बनकर टूट सकते है। श्रीनगर के पौड़ी रोड़, बुगाणी-खिर्सू रोड़ से लेकर श्रीकोट तक एक दर्जन बरसाती गदेरे बहते हैं जिनके मुहानों पर कई भवन स्कूल दुकाने बन चुकी है। भवन निर्माण होने के चलते ये बरसाती गदेरे नालियों में तब्दील हो गये हंै। लेकिन बरसात के दौरान ये गदेरे अपने उफान पर रहते हैं। ऐसे में सोलन में हुई बड़ी घटना जैसे हालात श्रीनगर में गदेरों के मुहाने पर बने आवासीय भवन भी खतरे को न्यौता दे रही है। बावजूद इसके बरसाती गदेरों में लगातार निर्माण कार्य हो रहा है। आलम यह है कि बरसाती गदेरो के मुहाने पर अब मोहल्ले बस गये हैं। लेकिन प्रशासन इस खतरे से अनजान बना हुआ है। श्रीनगर मे ऐसे 57 नाले थे जिनमे अब धीरे-धीरे ब्लोक हो चुके है ये हालात श्रीनगर के ही ऐसे नही बल्कि पौडी, रूद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी जनपदो के भी कमावेस यही हालात है अगर जल्द प्रसासन सरकारो ने इन गाड गदेरो के ब्लोककेज जो की अतिक्रमित हो चुका है उनको हटाया नही तो उत्तराखण्ड मे ये गाड गदेरे बड़ी तबाही मचाने के लिए तैयार बैठे है।

बाइट-एस पी सती, भू वैज्ञानिक गोविन्द बल्लब पन्त युनिवर्सिटी उत्तराखण्ड
बाइट-सुरज अग्रवाल स्थानीय निवासी

विओ 2- प्रसासन इन गाड गदेरो मे हो रहे अतिक्रमण से अनजान है प्रसासन भविष्य के खतरे से अनजान है जिलाधिकारी पौड़ी धीरज गब्र्याल का कहना है कि इस तरह के अवैध निर्माण करने वालों पर उपयुक्त कार्यवाही की जायेगी। साथ ही बरसाती गदेरों पर अवैध निर्माण पाये जाने पर उसे हटाया भी जायेगा।

बाइट-डीएस गब्याल जिलाधिकारी पौडी
बाइट-2-डीएस गब्र्याल डीएम पौड़ी

Conclusion:
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