पौड़ी: उत्तराखंड में मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में श्रीनगर के पौड़ी रोड, बुगाणी-खिर्सू रोड से लेकर श्रीकोट तक एक दर्जन बरसाती गदेरे मुसीबत का सबब बन सकते हैं. जिनके मुहानों पर कई भवन, स्कूल और दुकानें बन चुकी हैं. भवन निर्माण होने के चलते ये बरसाती गदेरे नालियों में तब्दील हो गए हैं. बावजूद इसके इन गदेरों पर लगातार निर्माण कार्य हो रहा है और प्रशासन इस खतरे से अनजान है.
श्रीनगर के कई गदेरों के मुहानों पर मोहल्ले बस गए हैं. नगर के 57 में से 24-25 नाले पूरी तरह बंद हो चुके हैं और कुछ नाले आंशिक रूप से बंद हैं, जिससे खतरा और बढ़ गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द ही इन गदेरों को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया गया तो भारी तबाही हो सकती है.
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गोविन्द बल्लभ पन्त यूनिवर्सिटी के भू-वैज्ञानिक एसपी सती का कहना है कि अतिक्रमण के कारण गदेरे बंद हो गए हैं. ऐसे में बरसात के समय नदियां उफान पर आ जाती है और गदेरों का बहाव भी तेज है जाता है. जिससे तबाही होने का खतरा बढ़ जाता है.
वहीं, जिलाधिकारी धीरज गब्र्याल का कहना है कि इस तरह के अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही बरसाती गदेरों पर अवैध निर्माण पाए जाने पर उसे हटाया भी जायेगा.