पौड़ी: जनपद में कुख्यात अपराधियों को जेल में डालने के बाद भी उनकी आपराधिक साजिशें लगातार जारी हैं. बीते दिनों पौड़ी जेल में बंद तीन अपराधियों ने कोटद्वार के केबल कारोबारी से रंगदारी वसूलने और धमकाने की साजिश रची थी. जिसकी गुप्त सूचना पौड़ी पुलिस को मिली थी. जिसके बाद जिला प्रशासन और पौड़ी पुलिस की संयुक्त टीम ने पौड़ी जेल में बंद अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखते हुए छापेमारी की. हालांकि, इस दौरान टीम को सबूत के तौर पर कुछ नहीं मिला. फिर भी इस तरह के मामलों की गंभीरता से देखते हुए पुलिस जेल में बंद अपरधियों पर कड़ी नजर बनाये हुए हैं.
13 अगस्त को पौड़ी गढ़वाल पुलिस ने देहरादून के रहने वाले शेखर ढौंडियाल की हत्या के मामले में खुलासा किया. इस दौरान पुलिस ने जेलों में बंद कैदियों के फोन इस्तेमाल को लेकर भी खुलासा किया. पुलिस ने बताया कि बीते दिनों कोटद्वार में केबल ऑपरेटरों से रंगदारी वसूली करने के लिए उनमें खौफ पैदा करने के लिए पौड़ी जेल में बंद एक अपराधी ने जेल में रहते हुए दो शूटरों को सुपारी दी थी.
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इसके लिए जेल में बंद एक कुख्यात से पहले तो यह दोनों शूटर पौड़ी जेल में मिले, उसके बाद जेल में बंद अपराधी फोन के जरिए दोनों शूटरों को व्हाट्सएप से दिशा निर्देशित करता रहा. गढ़वाल पुलिस ने बताया कि जेलों में बंद कैदियों के फोन का इस्तेमाल करने का मामला गंभीर है.
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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने कहा है कि जेल में बंद कैदियों द्वारा फोन के इस्तेमाल की सूचना उन्हें मिली थी. जिसके बाद उन्होंने टीम बनाकर जेल में औचक निरीक्षण भी किया. हालांकि, इस दौरान टीम को ऐसे कोई सबूत नहीं मिले. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आने वाले समय में भी अपराधी फोन का इस्तेमान न कर सकें इसके लिए समय-समय पर गोपनीय तरीके से जेलों में चेकिंग की जाती रहेगी.