श्रीनगर: पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस को लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी हाथ चढ़े हैं. थाना हिंडोलाखाल पुलिस ने विवाहिता को दहेज के लिए प्रताड़ित करने वाले पति, सास व देवर को गिरफ्तार कर लिया है. तीनों आरोपी बीते 17 साल से फरार चल रहे थे. पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नई टिहरी की अदालत के आदेश पर आरोपियों को जिला कारागार भेज दिया है.
थाना क्षेत्र हिंडोलाखाल के पुजार गांव की एक विवाहिता को पति व अन्य परिजन लगातार दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित कर रहे थे. जिससे तंग आकर विवाहिता ने साल 2003 में स्वयं को आग के हवाले कर दिया, उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन विवाहिता की मौत हो गई. पुलिस ने मायके पक्ष की तहरीर पर मृतका के पति, सास व देवर के खिलाफ दहेज के लिए प्रताड़ित करने, क्रूरता करने, गैर इरादतन हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था.
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लेकिन तीनों आरोपी मामले में साल 2006 में जमानत मिलने के बाद से ही फरार चल रहे थे. अदालत ने आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. वहीं हिंडोलाखाल पुलिस आरोपी की धरपकड़ के लिए जगह-जगह दबिश दे रही थी. जिसके बाद तीनों आरोपी 17 साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आ गए हैं. घटना के दौरान विवाहिता की एक तीन साल की बेटी भी थी.
थाना प्रभारी हिंडोलाखाल संजीव थपलियाल ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार कर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नई टिहरी की अदालत में पेश किया गया. अदालत के आदेश पर तीनों आरोपियों को जिला कारागार भेज दिया गया है. आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में एसआई विकास शुक्ला, हेड कांस्टेबल राजीव कुमार, हेड कांस्टेबल विजय कुमार, कांस्टेबल बरखा रानी शामिल रहे.