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गुलदार हमले में बच्ची की मौत का मामला, गोदियाल बोले- संकट में लोगों के प्राण, सरकार थपथपा रही पीठ

Srinagar Leopard Attack की घटना को लेकर कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल सरकार पर हमलावर नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार बाघों की संख्या को बढ़ाने पर जोर दे रही है, लेकिन इंसानों की जान बचाने पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. यही वजह कि यहां भी एक बच्ची गुलदार का शिकार हुई है. उन्होंने ये भी कहा कि रेंजर स्तर के अधिकारी को गुलदार को मारने का अधिकार दिया जाना चाहिए. Ganesh Godiyal on Leopard Attack

Ganesh Godiyal on Leopard Attack
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 7, 2023, 6:03 PM IST

Updated : Sep 7, 2023, 6:53 PM IST

कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने सरकार को घेरा

श्रीनगरः ढिकाल गांव में गुलदार के हमले में बच्ची की मौत का मामला गरमा गया है. मामले में कांग्रेस ने सरकार को घेरा है. कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल का कहना है कि सरकार का वन महकमे पर कोई नियंत्रण नहीं है. गुलदारों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार गुलदारों की संख्या को रोकने में असमर्थ है. जिससे लोगों के प्राण संकट में है. वहीं, गणेश गोदियाल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की.

गणेश गोदियाल ने पीड़ित परिवार से की मुलाकातः बता दें कि बीती 5 सितंबर को श्रीनगर के ढिकाल गांव में 3 साल की आइसा पुत्री गणेश नेगी को गुलदार ने निवाला बना लिया था. इस घटना के बाद लोग दहशत में हैं तो वहीं वन महकमे के खिलाफ आक्रोशित भी नजर आ रहे हैं. इसी बीच उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और श्रीनगर के पूर्व विधायक गणेश गोदियाल ढिकाल गांव पहुंचे. जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर ढांढस बंधाया. उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में वो परिवार के साथ हैं.

Ganesh Godiyal on Leopard Attack
आइसा की तस्वीर

मानव जीवन की सुरक्षा के बने मजबूत नीतिः गणेश गोदियाल ने कहा कि कुछ दिन पहले सरकार ने उत्तराखंड में बाघों की संख्या में वृद्धि पर खुद की पीठ थपथपाई थी, लेकिन सरकार प्रदेश के गांवों में रह रहे लोगों के जीवन की सुरक्षा के आज तक कोई ठोस नीति नहीं बना पाई है. बाघों के संरक्षण की नीतियां बने और उसका समर्थन भी हो, लेकिन मानव जीवन की सुरक्षा के लिए भी मजबूत नीति बननी चाहिए.
ये भी पढ़ेंः गुलदार का शिकार हुई आइसा को नम आंखों से दी गई विदाई, बिलखते रहे परिजन, जल्द पकड़ में होगा लेपर्ड

सरकार को संवेदनशील होकर विचार करने की जरूरतः उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान बाघों की संख्या बढ़ाने में जरूर है, लेकिन इंसान के जीवन को किस तरह बचाया जाए, इस ओर बिल्कुल भी नहीं है. सरकार ऐसे घटनाओं पर 4 लाख का मुआवजा देकर इतिश्री करती आ रही है. यह मुआवजा एक जीवन के लिए नाकाफी है. सरकार को इस पर संवेदनशीलता से विचार करना चाहिए.

Ganesh Godiyal on Leopard Attack
ढिकाल गांव में मातम

रेंजर स्तर के अधिकारी को मिले गुलदार को मारने का अधिकारः गणेश गोदियाल ने कि विश्व स्तर पर बाघों के संरक्षण की मुहिम चल रही है. यह इजाफा इंसानों की जान पर हो, जो सोचनीय विषय है. इस तरह की हादसों में परिवार के किसी कमाने वाले व्यक्ति की जान जाती है तो उसके लिए कम से कम 50 लाख और अन्य सामान्य व्यक्ति के लिए 25 लाख के मुआवजे की नीति बनाई जानी चाहिए. सरकार को इस घटना से सबक लेनी चाहिए. उन्होंने सरकार से रेंजर स्तर के अधिकारी को आदमखोर गुलदार को मारने के अधिकार देने की मांग की.

कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने सरकार को घेरा

श्रीनगरः ढिकाल गांव में गुलदार के हमले में बच्ची की मौत का मामला गरमा गया है. मामले में कांग्रेस ने सरकार को घेरा है. कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल का कहना है कि सरकार का वन महकमे पर कोई नियंत्रण नहीं है. गुलदारों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन सरकार गुलदारों की संख्या को रोकने में असमर्थ है. जिससे लोगों के प्राण संकट में है. वहीं, गणेश गोदियाल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की.

गणेश गोदियाल ने पीड़ित परिवार से की मुलाकातः बता दें कि बीती 5 सितंबर को श्रीनगर के ढिकाल गांव में 3 साल की आइसा पुत्री गणेश नेगी को गुलदार ने निवाला बना लिया था. इस घटना के बाद लोग दहशत में हैं तो वहीं वन महकमे के खिलाफ आक्रोशित भी नजर आ रहे हैं. इसी बीच उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और श्रीनगर के पूर्व विधायक गणेश गोदियाल ढिकाल गांव पहुंचे. जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर ढांढस बंधाया. उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में वो परिवार के साथ हैं.

Ganesh Godiyal on Leopard Attack
आइसा की तस्वीर

मानव जीवन की सुरक्षा के बने मजबूत नीतिः गणेश गोदियाल ने कहा कि कुछ दिन पहले सरकार ने उत्तराखंड में बाघों की संख्या में वृद्धि पर खुद की पीठ थपथपाई थी, लेकिन सरकार प्रदेश के गांवों में रह रहे लोगों के जीवन की सुरक्षा के आज तक कोई ठोस नीति नहीं बना पाई है. बाघों के संरक्षण की नीतियां बने और उसका समर्थन भी हो, लेकिन मानव जीवन की सुरक्षा के लिए भी मजबूत नीति बननी चाहिए.
ये भी पढ़ेंः गुलदार का शिकार हुई आइसा को नम आंखों से दी गई विदाई, बिलखते रहे परिजन, जल्द पकड़ में होगा लेपर्ड

सरकार को संवेदनशील होकर विचार करने की जरूरतः उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान बाघों की संख्या बढ़ाने में जरूर है, लेकिन इंसान के जीवन को किस तरह बचाया जाए, इस ओर बिल्कुल भी नहीं है. सरकार ऐसे घटनाओं पर 4 लाख का मुआवजा देकर इतिश्री करती आ रही है. यह मुआवजा एक जीवन के लिए नाकाफी है. सरकार को इस पर संवेदनशीलता से विचार करना चाहिए.

Ganesh Godiyal on Leopard Attack
ढिकाल गांव में मातम

रेंजर स्तर के अधिकारी को मिले गुलदार को मारने का अधिकारः गणेश गोदियाल ने कि विश्व स्तर पर बाघों के संरक्षण की मुहिम चल रही है. यह इजाफा इंसानों की जान पर हो, जो सोचनीय विषय है. इस तरह की हादसों में परिवार के किसी कमाने वाले व्यक्ति की जान जाती है तो उसके लिए कम से कम 50 लाख और अन्य सामान्य व्यक्ति के लिए 25 लाख के मुआवजे की नीति बनाई जानी चाहिए. सरकार को इस घटना से सबक लेनी चाहिए. उन्होंने सरकार से रेंजर स्तर के अधिकारी को आदमखोर गुलदार को मारने के अधिकार देने की मांग की.

Last Updated : Sep 7, 2023, 6:53 PM IST
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