पौड़ी: पाबौ विकासखंड के धारकोट निवासी शहीद विपिन सिंह को उनके पैतृक गांव पहुंचकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. शहीद विपिन का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव लाया गया. सियाचिन में तैनाती के दौरान विपिन सिंह शहीद हो गए थे. वहीं, कुछ देर बाद सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
जैसे ही आज सुबह शहीद का पार्थिव शरीर घर लाया गया, सपूत के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान हर किसी की आंखें नम हो गईं. वहीं आस-पास के लोग शहीद के परिजनों को ढांढस बंधाते दिखे. शहीद विपिन सिंह की शहादत पर पूरा गांव शोक संतप्त है. शहीद विपिन सिंह को श्रद्धांजलि देने सीएम पुष्कर सिंह धामी हेलीकॉप्टर से उनके गांव पहुंचे. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्थानीय विधायक धन सिंह रावत और मंत्री गणेश जोशी ने शहीद विपिन सिंह गुसाईं के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की.
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गमगीन माहौल के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय इंटर कॉलेज और मार्ग का नाम शहीद के नाम पर रखने की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि शहीद के गांव जाने वाला मोटर मार्ग धारकोट-इठूड का नाम व राजकीय इंटर कॉलेज चम्पेश्वर का नाम शहीद विपिन सिंह गुसाईं के नाम पर रखा जाएगा. सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि के साथ-साथ वीरों की भूमि भी है. समय-समय पर यहां पर ऐसे वीर सपूत पैदा होते रहते हैं, जो देश रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने से पीछे नहीं हटते हैं.
उन्होंने कहा कि शहीद विपिन सिंह गुसाईं ने शहादत प्राप्त की है. उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि विपिन सिंह गुसाईं ने देश सेवा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. उन्होंने कहा कि दु:ख की इस घड़ी में पूरा प्रदेश शहीद परिवार के साथ खड़ा है और प्रदेश सरकार शहीद परिवार की हर संभव मदद के लिए तत्पर है.
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बता दें कि बीते दिनों पौड़ी के ग्राम धारकोट निवासी 24 वर्षीय, 57 बंगाल इंजीनियरिंग के जवान विपिन सिंह गुसाईं सियाचिन में देश के लिए शहीद हो गए थे. जानकारी के मुताबिक शहीद विपिन सिंह सियाचिन में पैर फिसलने से ग्लेशियर की चपेट में आ गए और शहीद हो गए. विपिन सिंह के शहीद होने की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी.