पौड़ी: मुख्य कोषागार पौड़ी में 15 लाख से अधिक धनराशि के गबन के आरोपी लेखा लिपिक ने कोर्ट में आत्मसर्मपण कर दिया है. जहां से कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है. मुख्य कोषागार पौड़ी में बीती जनवरी को एक लेखा लिपिक द्वारा पेंशनरों के खातों से 15 लाख से अधिक धनराशि के गबन का मामला सामने आया था. सहायक कोषाधिकारी की तहरीर पर कोतवाली पौड़ी में आरोपी कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.
मुकदमा दर्ज करने के बाद से लगातार आरोपी कर्मचारी की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही थी. लेकिन आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए ठिकाने बदल रहा था. जनवरी के पहले सप्ताह में विभागीय जांच के दौरान लेखा लिपिक नितिन रावत द्वारा पेंशनरों के खातों से सरकारी धन का गबन करने का मामला सामने आया था और दस्तावेज भी गायब थे. जिसके बाद सहायक कोषाधिकारी पौड़ी राजेश कुमार की तहरीर पर कोतवाली पौड़ी में आरोपी कर्मचारी के खिलाफ सरकारी धन के गबन व दस्तावेज गायब करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था.
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मुख्य कोषाधिकारी गिरीश चंद्रा ने बताया कि लेखा लिपिक नितिन रावत की ओर से 15 लाख 36 हजार 362 रुपये के सरकारी धन का गबन किया गया है. साथ ही शासकीय पत्रावलियां भी गायब की हैं. कोतवाल पौड़ी विनोद गुसांई ने बताया कि मुख्य कोषागार पौड़ी में गबन के आरोपी कर्मचारी नितिन रावत ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पौड़ी की अदालत में आत्मसर्मपण कर दिया है और कोर्ट के आदेश पर आरोपी कर्मचारी को जेल भेज दिया गया है.