पौड़ी: सरकारी कार्यक्रम में नदारद रहने पर उप शिक्षा अधिकारी व प्रधानाध्यापिका पर गाज गिरी है. मुख्य शिक्षाधिकारी पौड़ी आनंद भारद्वाज ने बीईओ का वेतन रोकने के साथ ही प्रधानाध्यापिका को सस्पेंड कर दिया है. शासन के निर्देशों पर मुख्य शिक्षा अधिकारी ने सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत पोखड़ा ब्लाक के बगड़ गांव में शनिवार को चौपाल लगाई थी.
शिक्षा विभाग की ओर से सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम शनिवार को पोखड़ा ब्लाक में आयोजित किया गया. जिसमें मुख्य शिक्षाधिकारी पौड़ी डॉ आनंद भारद्वाज ने ग्रामीणों की शिकायतों पर मंथन किया. जिसमें विभिन्न रेखीय विभागों के अधिकारियों द्वारा भी लोगों की समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण किया गया. सीईओ डा. भारद्वाज ने बताया इस कार्यक्रम में खंड शिक्षा अधिकारी की ओर से उपस्थित नहीं होना निर्देशों का उल्लंघन है. इस बाबत सूचना समय से दी गई थी. बावजूद इसके बीईओ पोखड़ा न तो स्वयं ही उपस्थित हुए और ना ही सेवित क्षेत्र में तैनात प्रधानाध्यापक कार्यक्रम में मौजूद रहे.
निर्देशों के बावजूद सरकारी कार्यों की अवहेलना पर पोखड़ा के प्रभारी बीईओ विवेक रावत के वेतन पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी गई है. साथ ही इस मामले में उनसे एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है, जबकि, सेवित क्षेत्र में तैनात राजकीय प्राथमिक स्कूल मयालगांव की प्रधानाध्यापिका लक्ष्मी चौहान को लापरवाई के चलते निलंबित किया गया है. उन्हें खंड कार्यालय पोखड़ा से संबद्ध किया गया है. साथ ही प्रधानाध्यापिका लक्ष्मी चौहान की लापरवाई के मामले में बीईओ पोखड़ा को जांच कर 20 दिनों के भीतर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं. इतना ही नहीं निलंबित प्रधानाध्यापिका को भी 15 दिनों के भीतर जांच अफसर के सम्मुख अपना पक्ष रखना होगा.