श्रीनगर: एनआईटी उतराखंड के स्थाई परिसर के लिए राज्य सरकार द्वारा दी गई भूमि का निरीक्षण कर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की चार सदस्यीय टीम आज लौट आई है. टीम ने सुमाड़ी का निरीक्षण कर इस पूरे इलाके को निर्माण के लिए उपयुक्त पाया है. टीम एक सप्ताह में इसकी रिपोर्ट तैयार कर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को देगी.
बता दें कि, हाईकोर्ट ने एनआईटी उतराखंड के स्थाई परिसर के निर्माण में हो रही देरी के संबंध में दाखिल पीआईएल पर सुनवाई करते आदेश दिए थे. हाईकोर्ट ने सुमाड़ी में स्थाई कैंपस निर्माण के निर्णय पर केंद्र सरकार से पुनः परीक्षण करने और विशेषज्ञों की राय शुमारी लेने के लिए कहा था. इसी के चलते केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की चार सदस्यीय टीम सुमाड़ी का गहन निरीक्षण करने पहुंची थी.
ये भी पढ़ें : लोक गायक आनंद बल्लभ भट्ट की मदद के लिए आगे आए व्यापारी और समाजसेवी, जुटाई धनराशि
इस टीम में एनआईटी सूरत ने निदेशक प्रो. एसआर गांधी, एमएन आईटी जयपुर के प्रो. एमके श्रीमाली, योजना एवं वास्तु कला विद्यालय दिल्ली के निदेशक प्रो. पीएन राव और एनआईटी प्रयागराज के प्रो. एके संचान सुमाड़ी शामिल थे. टीम के अध्यक्ष एनआईटी सूरत के डायरेक्टर प्रो. एस आर गांधी ने बताया कि एनआईटी उतराखंड का निर्माण सुमाड़ी में हो सकता है. यहां की भूमि निर्माण के लिए उपयुक्त है.
इस पूरी भूमि पर भूकंप रोधी ग्राउंड प्लस 2 बिल्डिंग बनाई जा सकती हैं. स्लोप स्टेबिलिटी के लिए डीप फाउंडेशन दी जा सकती है. उन्होंने बताया कि टीम पूर्व में कमेटी की रिपोर्ट पर उठाए गए हर प्रश्न का जवाब अपनी रिपोर्ट में देगी. साथ ही निर्माण से पहले फाउंडेशन टेस्ट किया जाएगा.