कोटद्वारः उत्तराखंड में अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर भर्ती रैली जारी है. कोटद्वार के विक्टोरिया क्रॉस गबर सिंह कैंप में आयोजित भर्ती रैली के 6वें दिन पौड़ी जिले के सात तहसीलों के युवाओं ने हिस्सा लिया. जिसके तहत सतपुली, बीरोंखाल, थलीसैंण, धुमाकोट, श्रीनगर, जहरीखाल और चाकीसैंण के युवाओं ने अग्निवीर बनने के लिए दौड़ लगाई.
बात दें कि उत्तराखंड में सेना भर्ती रैली (Army recruitment in Uttarakhand) यानी अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया चल रही है. जिसमें पौड़ी जिले की 7 तहसीलों के 5,918 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था. जिसमें से 4,935 युवाओं ने शारीरिक मापदंड के लिए दमखम के साथ दौड़ लगाई. जबकि, एआरओ लैंसडाउन के अंतर्गत 7 जिलों के 63,360 उम्मीदवारों ने अग्निवीर सैनिक सामान्य ड्यूटी, तकनीकी, क्लर्क/एसकेटी, ट्रेड्समैन की विभिन्न श्रेणियों के तहत पंजीकरण कराया है.
वहीं, उत्तराखंड से अग्निवीर भर्ती (Agniveer Recruitment Rally in Kotdwar) के लिए 1,08,000 से ज्यादा युवाओं ने पंजीकरण कराया है. जिसकी भर्ती प्रक्रिया जारी है. कल यानी 25 अगस्त को पौड़ी जिले के यमकेश्वर और चौबट्टाखाल तहसीलों की भर्ती होनी है. इसके अलावा टिहरी जिले के नरेंद्रनगर, घनसाली, प्रतापनगर तहसील के युवाओं का भी शारीरिक मापदंड होगा.
विवादों में अग्निवीर भर्ती प्रक्रियाः केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का शुरुआत से ही विवादों से नाता रहा है. अब कोटद्वार 7 जिलों की हो रही भर्ती प्रक्रिया में ने रोज नए विवाद जुड़ रहे हैं. भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता और मानकों की अनदेखी का आरोप लग रहा है. जिसके चलते सेना में जाने का सपना लिए गांव की पगडंडियों पर मीलों दौड़ कर तैयारी करने वाले युवाओं को निराश होना पड़ रहा है.
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दरअसल, अग्निवीर भर्ती रैली में शामिल युवा अनियमितता का आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि भर्ती मानक की ऊंचाई 163 सेंटीमीटर रखी गई थी, जबकि 165 सेंटीमीटर से ज्यादा हाईट वालों को ही भर्ती में ले रहे हैं. साथ ही एक बार में 300 अभ्यर्थियों को दौड़ाया जा रहा है. जिसमें से केवल 8 से 10 अभ्यर्थी को ही लिया जा रहा है. जबकि, कोरोनाकाल के बाद उत्तराखंड में सेना की भर्ती (Army recruitment in Uttarakhand) हो रही है. भर्ती में मानकों की अनदेखी की जा रही है.
युवाओं का कहना है कि अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) में शामिल होने के लिए वो बड़ी आशा लेकर आए थे, लेकिन यहां पर उन्हें निराशा मिली है. भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता का मामला सामने आया तो कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने इसका संज्ञान लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा और अनिमितिता की जांच कराने की बात कही है.
वहीं, टिहरी के पूर्व सैनिक व सैनिक प्रकोष्ठ बीजेपी थौलधार मंडल ने भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर अग्निपथ योजना में हो रही भर्ती अनिमितिताओं की जानकारी से अवगत कराया है. उधर, कांग्रेस भी मामले को लेकर सरकार पर हमलावर हो गई है. पूर्व सीएम हरीश रावत तो यहां तक कह गए कि अग्निपथ योजना के नाम से प्राइवेट आर्मी तैयार की जा रही है.