कोटद्वार: मालन नदी के पिल्लर टूटने के बाद अन्य पिल्लरों में भी झुकाव आना शुरू हो गया है. जिससे मालन पुल के पूर्ण रूप से बहने का खतरा बना हुआ है. कोटद्वार विधायक ने आपदा प्रबंधन व लोक निर्माण विभाग से मालन पुल की तकनीक जांच आईंआईटी रुड़की से कराने का बात कही. साथ ही उन्होंने वैकल्पिक मार्ग मवाकोट- कण्वाश्रम को पीडब्ल्यूडी द्वारा जेसीबी और अन्य उपकारों की मदद से चौड़ा और सुगम करने के निर्देश भी दिये
मालन पुल टूटने के बाद कोटद्वार विधायक और विधानसभा अध्यक्ष ने देहरादून यमुना कॉलोनी शासकीय आवास में आपदा प्रबंधन व लोक निर्माण विभाग के सचिवों के साथ बैठक की. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को जरूरी सुझाव और दिशा निर्देश दिए. ऋतु खंडूडी ने मालन नदी पर क्षतिग्रस्त हुए पुल के संबंध में कहा आपदा प्रबंधन की लापरवाही और अधिकारियों के ढीले रवऐ के कारण आज कोटद्वार वासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक में अधिकारियों को कोटद्वार की स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने और प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा सुनिश्चित कर लिया जाय कि प्रभावितों को रहने खाने एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पूर्ण उपलब्धता हो. विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों से कहा जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी की निकासी जल्द की जाए.
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विधानसभा अध्यक्ष ने कहा मौसम विभाग ने पौड़ी जनपद में रेड अलर्ट जारी किया है. जिसे देखते हुए अधिकारियों को भी अलर्ट रहने की जरूरत है. उन्होंने अधिकारियों को समय से अवरुद्ध क्षतिग्रस्त मार्गों को युद्धस्तर पर ठीक करने के निर्देश दिये. मालन नदी पर आरसीसी ह्यूम पाइप की मदद से बन रहे वैकल्पिक मार्ग पर भी जानकारी ली गई. उन्होंने कहा वैकल्पिक मार्ग में नब्बे से सौ के करीब आरसीसी ह्यूम पाइप लगाए जाएंगे. जिनको जलस्तर कम होते ही 21 दिनों के भीतर पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है. वैली ब्रिज बनवाने के लिए बीआरओ महानिदेशक से भी फोन पर बात की गई है. वैली ब्रिज बनवाने में मदद के लिए बीआरओ टनकपुर अधिशासी अभियंता ने भी कोटद्वार मालन पर क्षतिग्रस्त पुल का जायजा लिया.