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धधकते जंगलों से बेजुबानों पर संकट, बढ़ सकता है मानव वन्यजीव संघर्ष - Forest fire

जंगलों में आग लगने के कारण जंगली जानवर रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं, जिसके कारण मानव वन्य जीव संघर्ष बढ़ रहा है.

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उत्तराखंड में धधकते जंगलों से बेजुबानों पर संकट
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Published : Apr 11, 2021, 5:00 PM IST

Updated : Apr 11, 2021, 10:43 PM IST

पौड़ी/श्रीनगर: प्रदेश में पिछले कई दिनों से जंगल धू-धू कर जल रहे हैं. जंगलों में लगी आग इतनी भीषण है कि सरकार ने केंद्र से इसे बुझाने के लिए मदद मांगी है. आग पर काबू पाने के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं. कुमाऊं और गढ़वाल दोनों क्षेत्रों के जंगल लगातार जल रहे हैं. जिसके कारण वन संपदा के साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा. जंगलों में आग लगने के कारण जंगली जानवर रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं, जिसके कारण मानव वन्य जीव संघर्ष बढ़ रहा है.

पौड़ी शहर के आसपास के क्षेत्रों में लगातार आग लगने की घटनाओं में इजाफा हो रहा है. ऐसे में वन विभाग समय-समय पर संसाधनों की कमी के बावजूद भी अपने हर संभव प्रयासों से जंगलों में लगने वाली आग पर काबू पा रहा है. पौड़ी खिर्सू मोटर मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर आग लगने की सूचना के बाद वन विभाग की टीम आग पर नियंत्रण पाने के लिए मौके पर पहुंची. रेंजर पौड़ी अनिल कुमार भट्ट ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि इस बार बारिश कम होने और जंगलों में सूखापन अधिक होने के चलते जंगलों में आग लगने की घटनाओं में इजाफा हो रहा है. साथ ही शरारती तत्वों के कारण ही जंगलों में आग लग रही है. अन्यथा जंगलों में आग लगने की घटनाएं इतनी अधिक नहीं होती.

उत्तराखंड में धधकते जंगलों से बेजुबानों पर संकट

पढ़ें- महाकुंभ में हिस्सा लेने हरिद्वार पहुंचे अखिलेश यादव

उन्होंने बताया कि उनका प्रयास रहता है कि जंगलों को आग से बचाया जा सके. वहीं पौड़ी के प्रसिद्ध शूटर जॉय हुकिल ने बताया कि जंगलों में लगातार लगने वाली आग से अब जंगलों में रहने वाले वन्यजीवों को भी भारी नुकसान हो रहा है. जब वन्य जीवों का घर और भोजन जलकर खाक हो जाएगा तो स्वाभाविक है कि वह आवासीय बस्तियों की तरफ आकर मानव को अपना शिकार बनाएंगे. जिससे कि मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष होना भी लाजमी है.

पढ़ें- गेहूं की खरीद ने पकड़ी रफ्तार, 30 करोड़ का बजट जारी

श्रीनगर पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार

श्रीनगर सिविल वन में आग लगाने के मामले में वन विभाग की शिकायत पर पुलिस ने दो लोगों की गिरफ्तारी की है. दोनों व्यक्तियों ने खिर्सू के पास तीन जगहों पर जंगल में आग लगाई. जिससे वन सम्पदा को नुकसान हुआ. मामले में सिविल वन विभाग की शिकायत पर रविद्र(42), हरेंद्र सिंह भंडारी(38) की श्रीनगर पुलिस ने गिरफ्तारी की है. दोनों ने पहले विद्या मंदिर खिर्सू के पास, ग्वाड़ सिविल वन ,इसके अतिरिक्त कोठगी नाप खेतों में आग लगाने की जुगत में थे. वन विभाग की शिकायत के बाद दोनों व्यक्तियों के खिलाफ वन अधिनियम की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया है.

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गिरफ्तार किये गये दो लोग.

कालीशिला तलहटी के जंगलों में लगी भीषण आग

रुद्रप्रयाग के कालीशिला की तलहटी के जंगल भीषण आग की चपेट में आने से लाखों की वन सम्पदा स्वाहा हो गयी है. यहां वन्य जीव जंतुओं के जीवन पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं. ग्रामीणों व वन विभाग की ओर से जंगलों में लगी भीषण आग पर काबू पाने के प्रयास किये जा रहे हैं. अगर समय रहते कालीशिला की तलहटी के जंगलों में लगी भीषण आग पर काबू नहीं पाया गया तो भीषण आग ब्यूंखी, कुणजेठी, जग्गी बगवान, उनियाणा के जंगलों सहित मनणामाई के बुग्यालों तक फैल सकती है. जिससे बुग्यालों में उगने वाली अनेक प्रकार की जड़ी-बूटियों का नामो निशान मिट सकता है.

पौड़ी/श्रीनगर: प्रदेश में पिछले कई दिनों से जंगल धू-धू कर जल रहे हैं. जंगलों में लगी आग इतनी भीषण है कि सरकार ने केंद्र से इसे बुझाने के लिए मदद मांगी है. आग पर काबू पाने के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं. कुमाऊं और गढ़वाल दोनों क्षेत्रों के जंगल लगातार जल रहे हैं. जिसके कारण वन संपदा के साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा. जंगलों में आग लगने के कारण जंगली जानवर रिहायशी इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं, जिसके कारण मानव वन्य जीव संघर्ष बढ़ रहा है.

पौड़ी शहर के आसपास के क्षेत्रों में लगातार आग लगने की घटनाओं में इजाफा हो रहा है. ऐसे में वन विभाग समय-समय पर संसाधनों की कमी के बावजूद भी अपने हर संभव प्रयासों से जंगलों में लगने वाली आग पर काबू पा रहा है. पौड़ी खिर्सू मोटर मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर आग लगने की सूचना के बाद वन विभाग की टीम आग पर नियंत्रण पाने के लिए मौके पर पहुंची. रेंजर पौड़ी अनिल कुमार भट्ट ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि इस बार बारिश कम होने और जंगलों में सूखापन अधिक होने के चलते जंगलों में आग लगने की घटनाओं में इजाफा हो रहा है. साथ ही शरारती तत्वों के कारण ही जंगलों में आग लग रही है. अन्यथा जंगलों में आग लगने की घटनाएं इतनी अधिक नहीं होती.

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उन्होंने बताया कि उनका प्रयास रहता है कि जंगलों को आग से बचाया जा सके. वहीं पौड़ी के प्रसिद्ध शूटर जॉय हुकिल ने बताया कि जंगलों में लगातार लगने वाली आग से अब जंगलों में रहने वाले वन्यजीवों को भी भारी नुकसान हो रहा है. जब वन्य जीवों का घर और भोजन जलकर खाक हो जाएगा तो स्वाभाविक है कि वह आवासीय बस्तियों की तरफ आकर मानव को अपना शिकार बनाएंगे. जिससे कि मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष होना भी लाजमी है.

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श्रीनगर पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार

श्रीनगर सिविल वन में आग लगाने के मामले में वन विभाग की शिकायत पर पुलिस ने दो लोगों की गिरफ्तारी की है. दोनों व्यक्तियों ने खिर्सू के पास तीन जगहों पर जंगल में आग लगाई. जिससे वन सम्पदा को नुकसान हुआ. मामले में सिविल वन विभाग की शिकायत पर रविद्र(42), हरेंद्र सिंह भंडारी(38) की श्रीनगर पुलिस ने गिरफ्तारी की है. दोनों ने पहले विद्या मंदिर खिर्सू के पास, ग्वाड़ सिविल वन ,इसके अतिरिक्त कोठगी नाप खेतों में आग लगाने की जुगत में थे. वन विभाग की शिकायत के बाद दोनों व्यक्तियों के खिलाफ वन अधिनियम की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर दिया है.

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गिरफ्तार किये गये दो लोग.

कालीशिला तलहटी के जंगलों में लगी भीषण आग

रुद्रप्रयाग के कालीशिला की तलहटी के जंगल भीषण आग की चपेट में आने से लाखों की वन सम्पदा स्वाहा हो गयी है. यहां वन्य जीव जंतुओं के जीवन पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं. ग्रामीणों व वन विभाग की ओर से जंगलों में लगी भीषण आग पर काबू पाने के प्रयास किये जा रहे हैं. अगर समय रहते कालीशिला की तलहटी के जंगलों में लगी भीषण आग पर काबू नहीं पाया गया तो भीषण आग ब्यूंखी, कुणजेठी, जग्गी बगवान, उनियाणा के जंगलों सहित मनणामाई के बुग्यालों तक फैल सकती है. जिससे बुग्यालों में उगने वाली अनेक प्रकार की जड़ी-बूटियों का नामो निशान मिट सकता है.

Last Updated : Apr 11, 2021, 10:43 PM IST
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