कोटद्वार: बीजेपी के पार्षदों व बीजेपी समर्थित पार्षदों ने अपनी मांगों को लेकर नगर आयुक्त का घेराव किया. पार्षदों ने नगर निगम कार्यालय में एकत्रित होकर निगम अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. साथ ही नगर निगम कार्यालय में तालाबंदी की. नगर आयुक्त ने तालाबंदी करने वाले पार्षदों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.
बता दें कि, पार्षदों ने नगर आयुक्त का घेराव किया. उन्होंने आरोप लगाया कि 25 फरवरी 2020 की बोर्ड बैठक में पुरानी नगर पालिका क्षेत्र के बाहर लगने वाले टैक्स की प्रक्रिया का भाजपा पार्षदों ने विरोध करते हुए बैठक से वॉक आउट किया था. इसके बावजूद बोर्ड ने बैठक में यह प्रस्ताव पास कर दिया. बैठक में मेयर द्वारा 25 वार्डों में विभिन्न कार्यों के लिए छह-छह लाख रुपये का बजट स्वीकृति कर दिया गया. जिस कार्य के टेंडर लगाए जा रहे हैं इसकी बोर्ड बैठक में पुष्टि नहीं हुई है. टेंडरों को तत्काल स्थगित करने की मांग को लेकर भाजपा समर्थित पार्षदों और भाजपा पार्षदों ने नगर निगम कार्यालय में तालाबंदी की.
पार्षदों ने कहा कि 15 वार्डों के साथ नगर आयुक्त और महापौर के द्वारा पक्षपात किया जा रहा है. उनके वार्ड में दो साल बीत जाने के बाद भी कोई विकास कार्य नहीं हुआ. छोटे-छोटे कामों के लिए उन्हें बार-बार नगर निगम के अधिकारियों से बात करनी होती है. कभी साफ-सफाई के लिए वार्डों में जेसीबी की मांग की जाती है, तो वह भी नगर निगम के द्वारा नहीं दी जाती. जिसको लेकर उनके द्वारा तालाबंदी की गई है.
पार्षद कुलदीप रावत ने बताया कि नगर आयुक्त और महापौर के द्वारा उनके साथ जो सौतेला व्यवहार किया जा रहा है उसी के विरोध में यहां पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
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नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि जो भाजपा समर्थित पार्षद हैं इनका कहना है कि पिछली जो बोर्ड बैठक हुई थी जोकि उनके कार्यकाल से पहले हुई थी, उस बैठक में छह-छह लाख रुपये की लागत से 25 कार्यों का प्रस्ताव बोर्ड बैठक में पास किया गया था. उन्हीं कार्यों के टेंडर की अधिसूचना जारी की गई है. इन पार्षदों का कहना है कि यह कार्य नियम के खिलाफ किया जा रहा है. इस संबंध में इन पार्षदों ने सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर नगर निगम कार्यालय में तालाबंदी की गई है.