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'मौत' को न्योता दे रहीं बेरहम सड़कें, सिस्टम को नहीं पड़ता कोई फर्क

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Published : Aug 26, 2019, 7:38 PM IST

कोटद्वार नगर की सड़कें इन दिनों खस्ताहाल हो चुकी हैं. सड़कों पर कई जगह गड्ढे बने हुए हैं. साथ ही सड़कें थोड़ी से ही बारिश में तालाब में तब्दील हो जाती हैं. जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

kotdwar road

कोटद्वारः इनदिनों नगर की सड़कें बदहाल स्थिति में हैं. आलम ये है कि सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे हैं. ऐसे में सड़कों पर गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़कें इसका अनुमान लगाना मुश्किल है. जो हादसों को न्योता दे रहे हैं. इन गड्ढों में गिर कर कई लोग चोटिल भी हो चुके हैं. वहीं, स्थानीय लोग शासन-प्रशासन से सड़क दुरुस्त करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है.

kotdwar road
बदहाल सड़क.

बता दें कि, कोटद्वार को गढ़वाल का द्वार कहा जाता है. ऐसे में काफी संख्या में पर्यटक कोटद्वार पहुंचते हैं. यहां से पर्यटक लैंसडौन, गुमखाल, सतपुली, पौडी, ताड़केश्वर महादेव, भैरव गढ़ी जैसे तमाम पर्यटक स्थलों की ओर जाते हैं, लेकिन नगर निगम, स्थानीय प्रशासन और क्षेत्रीय विधायक की लापरवाही के चलते नगर की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं. जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

कोटद्वार में बदहाल स्थिति में सड़क.

ये भी पढ़ेंः वाह रे विकास! कंधों पर कराहती रही घायल वृद्ध महिला, जिंदगी की आस में दौड़ते रहे लोग

स्थानीय निवासी मोहित नेगी ने बताया कि पहले से ही नगर में आवारा पशुओं से लोग परेशान हैं. अब सड़कों के गड्ढों से परेशानी हो रही है. सड़कें पूरी तालाब में तब्दील हो चुकी हैं. शासन-प्रशासन और विधायक से स्थानीय लोग कई बार शिकायत कर चुके हैं. बावजूद इन सड़कों की सुध नहीं ली जा रही है.

kotdwar road
सड़कों पर गड्ढे.

छात्र आशीष ने बताया कि दिन-रात अवैध खनन से भरे ओवरलोड वाहन चलने से सड़कें खस्ताहाल हो चुकी हैं. कॉलेज रोड पूरी तरह ओवरलोड वाहनों के कारण धंस चुकी है. ऐसे में छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई लोग हादसे का शिकार भी हो चुके हैं.

kotdwar road
सीवरेज का गड्ढा.

ये भी पढ़ेंः खुशखबरीः प्रदेश में इन दो जगहों पर खुलेंगे डेयरी फार्म, बहेगी दूध की धार

वहीं, आपबीती बताते हुए आशीष ने कहा कि इस रोड पर उनका दो बार एक्सीडेंट हो चुका है. जिसमें उन्हें गंभीर चोंटें भी लग चुकी है. उन्होंने कहा कि सीवर लाइनों के ढक्कन भी टूटे हैं, जिससे बदबूदार पानी निकल रहा है, लेकिन सडकों सही करने की जहमत कोई नहीं उठा रहा है.

kotdwar road
सड़कों पर गड्ढे.

उधर, मामले पर सहायक नगर आयुक्त राजेश नैथानी का कहना है कि नगर क्षेत्र के लिए 109 निर्माण कार्यों का कोटेशन निकल चुका है. 26 निर्माण कार्य पहले ही स्वीकृत हो चुके हैं. जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. साथ ही कहा कि नगर क्षेत्र की सड़कों पर जो गड्ढे हैं, उन्हें एक महीने के भीतर ठीक कर दिया जाएगा.

कोटद्वारः इनदिनों नगर की सड़कें बदहाल स्थिति में हैं. आलम ये है कि सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे हैं. ऐसे में सड़कों पर गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़कें इसका अनुमान लगाना मुश्किल है. जो हादसों को न्योता दे रहे हैं. इन गड्ढों में गिर कर कई लोग चोटिल भी हो चुके हैं. वहीं, स्थानीय लोग शासन-प्रशासन से सड़क दुरुस्त करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है.

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बदहाल सड़क.

बता दें कि, कोटद्वार को गढ़वाल का द्वार कहा जाता है. ऐसे में काफी संख्या में पर्यटक कोटद्वार पहुंचते हैं. यहां से पर्यटक लैंसडौन, गुमखाल, सतपुली, पौडी, ताड़केश्वर महादेव, भैरव गढ़ी जैसे तमाम पर्यटक स्थलों की ओर जाते हैं, लेकिन नगर निगम, स्थानीय प्रशासन और क्षेत्रीय विधायक की लापरवाही के चलते नगर की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं. जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

कोटद्वार में बदहाल स्थिति में सड़क.

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स्थानीय निवासी मोहित नेगी ने बताया कि पहले से ही नगर में आवारा पशुओं से लोग परेशान हैं. अब सड़कों के गड्ढों से परेशानी हो रही है. सड़कें पूरी तालाब में तब्दील हो चुकी हैं. शासन-प्रशासन और विधायक से स्थानीय लोग कई बार शिकायत कर चुके हैं. बावजूद इन सड़कों की सुध नहीं ली जा रही है.

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सड़कों पर गड्ढे.

छात्र आशीष ने बताया कि दिन-रात अवैध खनन से भरे ओवरलोड वाहन चलने से सड़कें खस्ताहाल हो चुकी हैं. कॉलेज रोड पूरी तरह ओवरलोड वाहनों के कारण धंस चुकी है. ऐसे में छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई लोग हादसे का शिकार भी हो चुके हैं.

kotdwar road
सीवरेज का गड्ढा.

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वहीं, आपबीती बताते हुए आशीष ने कहा कि इस रोड पर उनका दो बार एक्सीडेंट हो चुका है. जिसमें उन्हें गंभीर चोंटें भी लग चुकी है. उन्होंने कहा कि सीवर लाइनों के ढक्कन भी टूटे हैं, जिससे बदबूदार पानी निकल रहा है, लेकिन सडकों सही करने की जहमत कोई नहीं उठा रहा है.

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सड़कों पर गड्ढे.

उधर, मामले पर सहायक नगर आयुक्त राजेश नैथानी का कहना है कि नगर क्षेत्र के लिए 109 निर्माण कार्यों का कोटेशन निकल चुका है. 26 निर्माण कार्य पहले ही स्वीकृत हो चुके हैं. जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. साथ ही कहा कि नगर क्षेत्र की सड़कों पर जो गड्ढे हैं, उन्हें एक महीने के भीतर ठीक कर दिया जाएगा.

Intro:summary कोटद्वार नगर की सड़कों का हाल बदहाल बन हुआ है सड़कों पर गड्ढे दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं तो कई दुपहिया वाहन चालक इन गड्ढों की चपेट में आकर चोटिला हो चुके हैं कई बार इसकी शिकायत प्रशासन से लेकर क्षेत्रीय विधायक से की गई लेकिन सड़कों का पुनर्निर्माण नहीं हो सका। intro कोटद्वार नगर की सड़कों का हाल बदहाल बना हुआ है ऐसे में स्थानीय लोगों के साथ अन्य राज्यों से आए हुए पर्यटकों को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है सड़कों पर बने गड्ढे दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं, कई दुपहिया वाहन चालक इन गड्ढों की चपेट में आकर चोटिला हो चुके, तो कई पर्यटकों की कार इन गड्ढों में टूट चुकी है, इसके बावजूद भी स्थानीय प्रशासन, नगर निगम प्रशासन, स्थानीय विधायक इस और ध्यान देने की बजाय चैन की नींद सो रहे है।


Body:वीओ1- बता दें कि कोटद्वार को गढ़वाल का द्वार कहा जाता है, कोटद्वार से होते हुए भी बाहरी राज्यों से आए हुए पर्यटक लैंसडौन, गुमखाल,सतपुली, पौडी, ताड़केश्वर महादेव, भैरव गढ़ी जैसे तमाम पर्यटक स्थलों के लिए जाते हैं , लेकिन कोटद्वार नगर निगम, स्थानीय प्रशासन और क्षेत्रीय विधायक की लापरवाही के कारण कोटद्वार नगर की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं, कई बार इन गड्ढों की चपेट में आकर लोग घायल हो चुके हैं, स्थानीय निवासियों से लेकर बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वीओ2- स्थानीय निवासी मोहित नेगी का कहना है कि स्थानीय निवासियों को बहुत दिक्कत होती है, हम भी स्थानीय निवासियों में आते हैं वाहन चलाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है पहले ही कोटद्वार नगर निगम में आवारा पशुओं से स्थनीय निवाशी परेशान है, उसके बाद गड्ढों से परेशान है अब यह पता नहीं चलता कि सड़क गड्ढों में है या गड्ढों में सड़क है। अधिकांश दुर्घटनाएं गड्ढों से होती है ना कि ड्राइवर की कमी से, अब स्थानीय विधायक जी से तो क्या कहना है लेकिन प्रशासन भी चैन की नींद सो रहा है बाइट- मोहित नेगी स्थनीय निवाशी वीओ3- वही छात्र आशीष केस्टवाल का कहना है कि स्थानीय लोगों की क्या बात करें दिन-रात अवैध खनन से भरे ओवरलोड वाहनों से सड़कों का बुरा हाल हो चुका है, एक और प्रशासन विकास नहीं कर रहा है वहीं दूसरी और जो सुविधाएं हमें दी गई थी उन्हें भी छीन रही है, सड़कों का बुरा हाल हो गया है अगर बात करें कॉलेज रोड की तो पूरी तरह ओवरलोड वाहनों के कारण धस चुकी है, छात्र छात्राएं की इस रोड पर घायल होने की संभावना बनी रहती है, मेरा स्वयं दो बार एक्सीडेंट हुआ है मेरे हाथ पर चोट लगी है, बरसात के कारण सड़की का बुरा हाल हो चुका है, सीवीर लाइनो के ढक्कन टूटे है, लेकिन सडको सही करने की जहमत कोई नहीं उठा रहा है। बाइट- आशीष केस्टवाल प्रदेश सचिव आर्यन छात्र संघ वीओ4- वहीं पूरे मामले पर सहायक नगर आयुक्त राजेश नैथानी का कहना है कि हमारी नगर क्षेत्र में109 निर्माण कार्यो का कोटेशन निकल चुका है, 26 निर्माण कार्य पूर्व में ही स्वीकृत हो चुके हैं उन पर निर्माण कार्य सुरु करवाना है, नगर क्षेत्र की सड़कों पर जो गड्ढे हैं एक माह के अंदर सभी को ठीक कर दिया जाएगा। बाइट राजेश नैथानी सहायक नगर आयुक्त।


Conclusion:
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