पिथौरागढ़: सूबे की सरकार द्वारा चुनाव से पहले निर्धारित मानदेय न दिए जाने पर आशा कार्यकत्रियों ने डीएम कार्यालय का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया. वहीं, नाराज आशा वर्कर्स ने त्रिवेंद्र सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया है. आशा वर्कर्स ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे.
बता दें कि खंडूरी के कार्यकाल में आशा कार्यकत्रियों के लिए वार्षिक प्रोत्साहन राशि 5 हजार रुपये स्वीकृत हुई थी. जिसे त्रिवेंद्र सरकार ने लोकसभा चुनावों से पहले 17 हजार करने का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के बाद वो भी बंद हो गई. जिसके विरोध में आशा कार्यकत्रियों ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गयीं, तो वो सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगी जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.