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लालढांग-चिल्लरखाल रोड के पुननिर्माण के लिए धन स्वीकृत, लोगों ने बताया चुनावी स्टंट - लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग के पुननिर्माण के लिए राशि जारी

लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग के पुननिर्माण के लिए 613.30 लाख रुपये की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है. लेकिन इसके बाद भी राजाजी टाइगर रिजर्व से सटा लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग सुर्खियों में बना हुआ है.

Kotdwar
कोटद्वार
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Published : Apr 5, 2021, 7:48 PM IST

कोटद्वारः लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग के पुननिर्माण के लिए 613.30 लाख रुपये की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है. शासन की ओर से मार्ग के लिए 2 करोड़ की राशि भी जारी हो गई है. लेकिन इसके बाद भी राजाजी टाइगर रिजर्व से सटा लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग सुर्खियों में बना हुआ है. क्यों कि इस मार्ग को लेकर पेंच भी कम नहीं हैं.

लालढांग-चिल्लरखाल रोड के पुननिर्माण के लिए धन स्वीकृत.

पूर्व की त्रिवेंद्र सरकार ने इस मार्ग का निर्माण लोक निर्माण विभाग से कराने का निर्णय लेते हुए काम शुरू कराया था. लेकिन जंगल से गुजरने वाली सड़क के मामले में पर्यावरण का पेंच फंस गया. हाईकोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने नए सिरे से सड़क निर्माण की कवायद शुरू कर इसका प्रस्ताव राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड के साथ राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण को भेजा. अब सड़क निर्माण को लेकर कसरत चल रही है.

ये भी पढ़ेंः कुंभ के लिए बनाए जाएंगे छह अस्थायी बस स्टेशन, 24 घंटे होगा बसों का संचालन

वहीं कुछ लोग इसे सिर्फ एक चुनावी स्टंट बता रहे हैं. लोगों का कहना है कि चुनाव से पहले हर बार सरकार इस मार्ग को लेकर कुछ ना कुछ घोषणा करती रहती है. दिसंबर 2018 में भी राज्य सरकार ने मार्ग को फिर से शुरू करने की घोषणा की थी.

कुछ लोग इस फैसले से काफी खुश नजर आ रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री और मंत्री हरक सिंह रावत का धन्यवाद करते हुए कहा कि सरकार को जल्द इस मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू करवाना चाहिए. जिसका लाभ लोगों को मिल सकें.

कोटद्वारः लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग के पुननिर्माण के लिए 613.30 लाख रुपये की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है. शासन की ओर से मार्ग के लिए 2 करोड़ की राशि भी जारी हो गई है. लेकिन इसके बाद भी राजाजी टाइगर रिजर्व से सटा लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग सुर्खियों में बना हुआ है. क्यों कि इस मार्ग को लेकर पेंच भी कम नहीं हैं.

लालढांग-चिल्लरखाल रोड के पुननिर्माण के लिए धन स्वीकृत.

पूर्व की त्रिवेंद्र सरकार ने इस मार्ग का निर्माण लोक निर्माण विभाग से कराने का निर्णय लेते हुए काम शुरू कराया था. लेकिन जंगल से गुजरने वाली सड़क के मामले में पर्यावरण का पेंच फंस गया. हाईकोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने नए सिरे से सड़क निर्माण की कवायद शुरू कर इसका प्रस्ताव राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड के साथ राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण को भेजा. अब सड़क निर्माण को लेकर कसरत चल रही है.

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वहीं कुछ लोग इसे सिर्फ एक चुनावी स्टंट बता रहे हैं. लोगों का कहना है कि चुनाव से पहले हर बार सरकार इस मार्ग को लेकर कुछ ना कुछ घोषणा करती रहती है. दिसंबर 2018 में भी राज्य सरकार ने मार्ग को फिर से शुरू करने की घोषणा की थी.

कुछ लोग इस फैसले से काफी खुश नजर आ रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री और मंत्री हरक सिंह रावत का धन्यवाद करते हुए कहा कि सरकार को जल्द इस मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू करवाना चाहिए. जिसका लाभ लोगों को मिल सकें.

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