श्रीनगर/रुद्रपुर: दो साल बाद कोरोना का खतरा कम होते ही एक नई बीमारी ने लोगों को डरना शुरू कर दिया है. उत्तराखंड में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू (african swine flu) से लोग काफी डरे हुए हैं. उत्तराखंड में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू का पता लगाने बाद सुअरों को लगातार मारा जा रहा है. श्रीनगर में पशु चिकित्सकों की टीम अफ्रीकन स्वाइन फ्लू (african swine flu) से संक्रमित सुअरों को मारने में जुट गई (killing pigs due to African Swine Flu) है.
श्रीनगर में अगले दो से तीन दिन चलेगा अभियान: अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से संक्रमित सुअरों को मारने के लिए श्रीनगर नगर निगम और पशु चिकित्सकों की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया है, जो अगले दो से तीन शहर में संक्रमित सुअरों को मारेगी. अभीतक श्रीनगर में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से करीब 300 सुअरों की मौत हो चुकी है, जबक श्रीनगर नगर निगम की टीम ने 20 सुअरों को बेहोश कर खुद मारा है.
श्रीनगर नगर निगम के मुताबिक शहर में अभी 250 से अधिक सुअरों का मारा जाना है. श्रीनगर नगर निगम पहले सुअरों को बेहोश कर रही है, फिर उन्हें मार रही है. सुअरों की मारने के बाद दफनाया जा रहा है. ताकि स्थानीय लोगों को किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े. पशु चिकित्साधिकारी उत्तम कुमार ने बताया कि यह संक्रमण सुअरों में ही फैल रहा है. जिसके कारण नगर क्षेत्र में रहने वाले सभी सुअरों को मारा जा रहा है. इसके लिए बड़ी सावधानी बरती जा रही है. पीपीए किट पहन कर इन सभी सुअरों को मारा गया है.
उत्तम कुमार ने बताया कि पहले सुअरों की चिन्हित कर इंजेक्शन से बेहोश किया जाता है, फिर उन्हें मारा जाता है. इससे किसी आम इंसान को कोई खतरा नहीं है. नगर निगम के सफाई निरीक्षक शशी पंवार के मुताबिक जो सुअर मारे जाएंगे, उनके मालिकों को उसका मुआवजा भी दिया जाएगा. इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
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उधमसिंह नगर अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से मुक्त: उत्तराखंड का उधमसिंह नगर जिला अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से मुक्त हो चुका है. उधमसिंह नगर जिले से 8 सुअरों का सैंपल जांच के लिए भोपाल लैब भेजा गया था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है. हालाकि प्रशासन और पशु पालन विभाग ने एहतियातन हर परिस्थितियों पर नजर बना रखी है. बात दें कि बीती 16 जुलाई को काशीपुर, दिनेशपुर, सितारगंज और बाजपुरर से करीब 15 सुअरों के सैंपल भोपाल लैब भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट 23 जुलाई को आई थी. रिपोर्ट में 7 सुअरों में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी.
इसके बाद उधमसिंह नगर जिले के जिलाधिकारी युगल किशोर पंत के निर्देश पर पशु चिकित्सा विभाग ने अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से संक्रमित सुअरों को आइसोलेशन में रखा था. साथ ही एक किलोमीटर के दायरे में सुअर के मांस की बिक्री पर रोक लगा दी थी. वहीं, कुछ दिनों बाद पशु पालन विभाग ने एक बार फिर से संक्रमित सुअरों के सैंपल भोपाल लैब भेजे, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई. मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एसबी पांडे ने बताया कि आज (3 अगस्त) ही भोपाल लैब से 8 सैंपल की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है. अब जनपद में एक भी सुअर अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से संक्रमित नहीं है.