देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर अनुराग अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने इसकी वजह प्रशासनिक व्यवस्था के चलते क्लीनिकल कार्य प्रभावित होना बताया है. उन्होंने अपना त्यागपत्र दून मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉक्टर गीता जैन को ईमेल के माध्यम से भेजा है.
प्रशासनिक व्यवस्था के कारण दिया इस्तीफा: डॉ. अनुराग अग्रवाल का कहना है कि वह दून मेडिकल कॉलेज में स्टेट टास्क फोर्स के प्रेसिडेंट भी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 तक भारत से ट्यूबरक्लोसिस को समाप्त करने का आह्वान किया है. ऐसे में टीबी एंड चेस्ट स्पेशलिस्ट होने के नाते वह क्लीनिकल कार्य नहीं कर पा रहे थे और उनकी प्रशासनिक व्यस्तता बढ़ती जा रही थी, इसलिए उन्होंने मेडिकल सुपरिटेंडेंट के पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है. उन्होंने बताया कि फिलहाल उन्हें त्यागपत्र स्वीकार होने तक पद पर बने रहने को कहा गया है.
2023 में चिकित्सा अधीक्षक का पदभार किया था ग्रहण: डॉ. अनुराग अग्रवाल ने जुलाई 2023 में दून अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक का पदभार ग्रहण किया था. डॉ. अनुराग अग्रवाल उत्तरप्रदेश के बिजनौर के रहने वाले हैं. कोरोना काल में उन्होंने कोविड से पीड़ित मरीजों के लिए बेहतरीन काम किया था. टीबी एंड चेस्ट स्पेशलिस्ट के क्षेत्र में डॉ. अनुराग अग्रवाल का लंबा अनुभव है. वो टीबी उन्मूलन की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं. डॉ. अनुराग अग्रवाल को डॉक्टर युसूफ रिजवी की जगह चिकित्सा अधीक्षक बनाया गया था. डॉ. यूसुफ रिजवी ने भी पारिवारिक एकेडमिक कार्यों की वजह से एमएस के पद से कार्य मुक्त होने की इच्छा जताई थी.
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