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खतरे के निशान से 1 मीटर नीचे बह रही अलकनंदा, नदी में समाया घाट

जल विद्युत परियोजना से लगातार बढ़ती पानी के कारण बीच-बीच में अचानक पानी छोड़ रहा है. जिससे चलते खतरा पैदा हो सकता है. जिसे लेकर स्थानीय प्रशासन ने नदी के सटे इलाकों को सचेत रहने के निर्देश  दिए है.

shrinagar
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Published : Aug 11, 2019, 3:27 PM IST

श्रीनगर: तेज बारिश के कारण पहाड़ों में बहने वाली सभी नदियां उफान पर है. श्रीनगर में बहने वाली अलकनंदा नदी भी खतरे के निशान से एक मीटर नीचे बह रही है. जिससे घाटों के किनारे खतरा बढ़ गया है. वहीं, मामले को लेकर प्रशासन मुस्तैद नजर आ रही है.

खतरे के निशान से 1 मीटर नीचे बह रही अलकनंदा.

बता दें कि बनी जल विद्युत परियोजना से लगातार बढ़ती पानी के कारण बीच-बीच में अचानक पानी छोड़ रहा है. जिससे चलते खतरा पैदा हो सकता है. जिसे लेकर स्थानीय प्रशासन ने नदी के सटे इलाकों को सचेत रहने के निर्देश दिए है. बढ़ते जलस्तर के कारण पौड़ी जनपद में स्थित श्रीनगर में करोड़ों की लागत से बने नमामी गंगे के घाट अलकनंदा नदी में समाने लगे हैं.

अलकनंदा नदी का पानी इन घाटों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.वहीं, करोड़ों की लागत से बने इन घाटों की सुरक्षा के लिए कोई भी ठोस रणनीति नहीं बनाया गया. इन घाटों का निर्माण दो साल पहले हुआ था. श्रीनगर गढ़वाल में तीन घाट नमामि गंगे परियोजना के तहत बने है, लेकिन ठेकेदारों और कार्यदायी संस्था की हीलाहवाली और कार्यों की मॉनिटरिंग ना होने से जनता की गाढ़ी कमाई बर्बाद होने की कगार पर है. वहीं, स्थानीय लोगों ने घाटों की सुरक्षा के लिए दीवारों का निर्माण करने की मांग की है.

श्रीनगर: तेज बारिश के कारण पहाड़ों में बहने वाली सभी नदियां उफान पर है. श्रीनगर में बहने वाली अलकनंदा नदी भी खतरे के निशान से एक मीटर नीचे बह रही है. जिससे घाटों के किनारे खतरा बढ़ गया है. वहीं, मामले को लेकर प्रशासन मुस्तैद नजर आ रही है.

खतरे के निशान से 1 मीटर नीचे बह रही अलकनंदा.

बता दें कि बनी जल विद्युत परियोजना से लगातार बढ़ती पानी के कारण बीच-बीच में अचानक पानी छोड़ रहा है. जिससे चलते खतरा पैदा हो सकता है. जिसे लेकर स्थानीय प्रशासन ने नदी के सटे इलाकों को सचेत रहने के निर्देश दिए है. बढ़ते जलस्तर के कारण पौड़ी जनपद में स्थित श्रीनगर में करोड़ों की लागत से बने नमामी गंगे के घाट अलकनंदा नदी में समाने लगे हैं.

अलकनंदा नदी का पानी इन घाटों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.वहीं, करोड़ों की लागत से बने इन घाटों की सुरक्षा के लिए कोई भी ठोस रणनीति नहीं बनाया गया. इन घाटों का निर्माण दो साल पहले हुआ था. श्रीनगर गढ़वाल में तीन घाट नमामि गंगे परियोजना के तहत बने है, लेकिन ठेकेदारों और कार्यदायी संस्था की हीलाहवाली और कार्यों की मॉनिटरिंग ना होने से जनता की गाढ़ी कमाई बर्बाद होने की कगार पर है. वहीं, स्थानीय लोगों ने घाटों की सुरक्षा के लिए दीवारों का निर्माण करने की मांग की है.

Intro:Body:स्टोरी नाम - DUB RAHE SNAN GHAT

मोहन कुमार

एंकर/विजुअल/बाइट- पहाड़ो में हो रही बारीष के चलते पहाड़ो में बहने वाली सभी नदियां उफान में है। श्रीनगर गढ़वाल में बहने वाली अलकनंदा नदी खतरे के निषान से एक मीटर दूरी में हैै जिसको लेकर प्रषासन अपनी ओर से मुस्तेज हो गया है। यहां बनी जल विद्युत परियोजना लगातार बड़ती झील के कारण बीच-बीच में अचानक पानी छोड़ रहा है जिससे कभी भी कोई खतरा पैदा हो सकता है जिसको लेकर स्थानिय प्रषासन ने नदी के सटे इलाको को सचेत रहने के निर्देष दे दिये है। बड़ते जलस्तर के कारण पौड़ी जनपद में स्थित श्रीनगर गढ़वाल में करोड़ो की लागत से बने नमामी गंगे के घाट अलकनन्दा नदी मे समाने लगे है आप इन तस्वीरे मे देख सकते है की किस तरह से अलकनन्दा नदी का पानी इन घाटो को नुकसान पहुंचाने में लगा है करोड़ो की लागत से बने इन घाटो की सुरक्षा के लिए कोई भी ठोस रणनीति के अभाव के चलते इन्हे भारी नुकसान रहा है, इन घाटो का निर्माण 2वर्ष से ही प्रारम्भ हुआ था श्रीनगर गढ़वाल में तीन घाट नमामी गगे परियोजना के तहत बने है लेकिन ठेकेदारो और कार्यदायी संस्था की हिला हवाली और कार्य की सही से मोनीट्ररिग ना होने के चलते जनता का पैसा पानी मे समाने के लिए मजबूर है, वही स्थानीय लोगो की मांग है की इन घाटो की सुरक्षा के लिए सुरक्षा दिवारो का निर्माण किया जाना चाहिए ।



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