पौड़ी: होली का त्योहार के चलते मिठाई की दुकानों में लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है. ऐसे में मिठाई को बनाने के लिए प्रयोग में लाने वाले सामान जैसे दूध, मावा और घी की मांग भी बढ़ने लगी है. जिसके चलते मिलावटखोरी का खतरा भी बढ़ जाता है और मिठाईयों में मिलावटखोर सोडा, डिटर्जेंट, कॉस्टिक सोडा, यूरिया आदि का प्रयोग करते हैं. जोकि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है.
बता दें कि त्योहार के समय मिठाईयों की मांग काफी बढ़ जाती है. जिसके चलते मिलावटखोरों को दूध और अन्य उत्पादों में मिलावट करने का मौके मिल जाता है. ऐसे में खाद्य विभाग भी समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाता है. लेकिन कुछ शातिर मिलावटखोर खाद्य विभाग की नजरों से बचकर दुकानों तक अपने मिलावटी सामान को पहुंचाने में कामयाब हो जाते हैं. जिस वजह से ग्राहकों को खुद सतर्क रहने की आवश्यकता है.
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दुकानदार दिनेश रावत बताते हैं कि वे अपनी दुकान में लंबे समय से एक ही कंपनी का मावा प्रयोग करते आए हैं. लेकिन त्योहार के समय उनकी मांग अधिक बढ़ जाती है और मिलावटखोरों द्वारा भी उसी तरह की पैकिंग में सामान बेचा जाता है. इसलिए वह सतर्क रहते हैं और मावा खरीदते समय उसका परीक्षण करते हैं. किसी प्रकार कीशिकायत पर वह उसे तुरंत वापस करवा देते है. उन्होंने बताया कि वे खुद सतर्क रहकर त्योहारों के समय सभी उत्पादों का ध्यान रखते हैं. ताकि मिलावट वाली मिठाई का दुष्प्रभाव उनके ग्राहकों पर न पड़े.