पौड़ी: पाबौ ब्लॉक के बरशिला गांव के रहने वाले दो दिव्याग हिमांशु और यशवंत के परिजन लंबे समय से उनका आधार कार्ड बनाने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन तकनीकी दिक्कतों के चलते आधार कार्ड नहीं बन पा रहा था. इस कारण वह सरकारी योजनाओं से वंचित रह रहे थे. ईटीवी भारत की ओर से इस खबर को प्रमुखता से दिखाने के बाद जिलाधिकारी पौड़ी ने मामले का संज्ञान लेते हुए पाबौ ब्लॉक में आधार कार्ड बनाने के लिए एक कैंप का आयोजन करवाया. कैंप में दोनों दिव्यांगों के आधार कार्ड बना दिये गये हैं. साथ ही आसपास रहने वाले जरूरतमंदों के आधार कार्ड भी बनाये जा रहे हैं.
बता दें कि, बरशिला गांव के हिमांशु और यशवंत बचपन से मानसिक रूप से दिव्यांग हैं. सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए उन्हें आधार कार्ड की आवश्यकता पड़ रही थी. उनके परिजनों की ओर से उन्हें पाबौ, पौड़ी और सतपुली के आधार सेंटरों में ले जाया गया. जहां उनके आधार कार्ड नहीं बन पा रहे थे. परिजनों ने जिला प्रशासन पौड़ी से गुहार लगाते हुए मांग की थी कि दोनों भाइयों के आधार कार्ड बनवाए जाएं. ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके. ईटीवी भारत की ओर से इस खबर को प्रमुखता से दिखाने के बाद जिलाधिकारी पौड़ी ने मामले का संज्ञान लेते हुए सोमवार को पाबौ ब्लॉक में आधार कार्ड बनाने के लिए एक कैंप का आयोजन करवाया. इसमें दोनों दिव्यांगों के साथ-साथ अन्य लोगों को भी लाभ मिला.
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जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आने के बाद इस मामले की गंभीरता से देखते हुए दोनों ही दिव्यांगों का आधार कार्ड बना दिया गया है. अब उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि आसपास के गांवों के करीब 300 से 400 लोगों के आधार कार्ड भी बनवाए जा रहे हैं.
दोनों दिव्यांगों के आधार कार्ड बनने के बाद उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल पाएगा. वहीं दिव्यांगों की माता देवेश्वरी देवी ने बताया कि वह जिलाधिकारी का धन्यवाद करना चाहती हैं कि उनके प्रयासों के बाद उनके दोनों बेटों के आधार कार्ड बन गए हैं. अब उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल पाएगा. उन्होंने बताया कि उनकी पारिवारिक स्थिति सही नहीं होने के चलते उन्हें समय-समय पर दिक्कत होती है. लेकिन दोनों ही बच्चों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने से वो अब खुश हैं.