श्रीनगर: आज के आधुनिक और वैज्ञानिक युग तोताघाटी में एक बार फिर प्रकृति के प्रकोप के आगे विज्ञान ने घुटने टेक दिये हैं. तोताघाटी में पिछले 6 महीने की लंबी जद्दोजहद के बाद भी यहां हिल कटिंग और सड़क चौड़ीकरण के काम को नहीं किया जा सका है. आये दिन कोई न कोई नई परेशानी इसके रास्ते में खड़ी हो जाती है. जिसके कारण इस राजमार्ग पर पिछले 6 महीने से यातायात पूरी तरह से प्रभावित है. यहां काम करने वाले इंजीनियर तमाम कोशिशें करने के बाद अब भगवान की शरण में पहुंचे हैं. तोताघाटी में चल रहा काम सही तरीके से संपन्न हो जाये इसके लिए तोताघाटी बैंड पर बने मां चमराड़ा देवी के मंदिर में पूजा अर्चना की गयी. इस दौरान मां से जल्द मार्ग बनने की मन्नत मांगी गई.
तोताघाटी में मार्ग चौड़ीकरण में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए आखिरकार निर्माणदायी संस्था को भगवान के दर पर जाना पड़ा. पिछले कुछ महीनों से लगातार हो रही बारिश, भूस्खलन जैसी घटनाओं के कारण यहां काम करना और भी कठिन होता जा रहा है. आये दिन कोई न कोई समस्या यहां पैर पसारे खड़ी हो जाती है. जिससे यहां काम करने वाले इंजीनियर और मजदूर पार नहीं पा पा रहे हैं. यहीं कारण है कि देवभूमि में देवी-देवताओं के महातम को मानते हुए निर्माणदायी संस्था ने स्थानीय लोगों से बात करते हुए यहां की देवी मां चमराड़ा की पूजा अर्चना की.
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स्थानीय लोगों के सुझावे गये रास्ते पर चलते हुए निर्माणदायी संस्था और ठेकेदारों ने तोताघाटी बैंड पर मां मां चमराड़ा देवी का मंदिर बनाया है. जिसमें सभी ने इस राजमार्ग के सुचारू होने के साथ ही क्षेत्र के सुख-समृद्धि का कामना की.
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लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता बीएन द्विवेदी ने बताया कि साइट पर लगी कंपनी ने स्थानीय लोगों से काम में आ रही दिक्कतों के बारे में बात की. जिस पर उन्होंने क्षेत्र की देवी मां चमराड़ा देवी की पूजा अर्चना की बात की. उन्होंने बताया कि देवी को याद करने के यहां आने वाली प्राकृतिक आपदाएं रुक जाएंगी. जिससे राजमार्ग के चौड़ीकरण में आसानी होगी. जिसके बाद तोताघाटी बैंड पर मां चमराड़ा देवी के मंदिर की स्थापनी की गई. जिसके बाद संकल्प के साथ मंदिर में पूजा अर्चना की गई.