श्रीनगर: भारत संचार लिमिटेड (बीएसएनएल) में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) लेने का सिलसिला लगातार जारी है. श्रीनगर महाप्रबंधक कार्यालय से 80 कर्मचारियों ने स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति ले ली है. ये सभी कर्मचारी जनपद चमोली, रुद्रप्रयाग और पौड़ी में कार्यरत थे.
इन सभी की सेवानिवृत्ति पर महाप्रबंधक कार्यालय श्रीनगर में सन्नाटा पसरा हुआ है. सभी 80 कर्मचारी कई सालों से बीएसएनएल में अपनी सेवाएं दे रहे थे. अधिकतर वीआरएस लेने वाले कर्मचारी 50 साल की उम्र पार कर चुके हैं. पिछले कुछ समय से बीएसएनएल की स्थिति काफी खराब है और विभाग वित्तीय संकट से जूझ रहा है.
भारत संचार लिमिटेड के गढ़वाल परिक्षेत्र से 80 कर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले लिया है. जिसमें कर्मचारियों के साथ ही अधिकारी भी सम्मलित है. इस मौके पर कर्मचारियों द्वारा सादगी से सेवानिवृत्ति समारोह आयोजन किया गया. अब श्रीनगर के साथ ही कीर्तिनगर, मढ़ी, देवप्रयाग, खकरा, देहलचोरी,श्रीकोट गंगानाली क्षेत्र के बीएसएनएल टेलीफोन एक्सचेंज और टेलीफोनों की व्यवस्था मात्र एक जेई ओर एक लाइनमैन के भरोसे रह गयी है.
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इन कर्मचारियों में 13 टेलीफोन टेक्नीशियन भी रिटायर हो गए. भविष्य में कर्मचारियों की कमी से संचार सेवा प्रभावित हो सकती है. भारत दूरसंचार लिमिटेड के महाप्रबंधक विजय पाल ने बताया कि विभाग से 80 कर्मचारियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है.
ये सारे कर्मचारी जनपद पौडी, रुद्रप्रयाग और चमोली में कार्यरत थे. उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति लेने पर विभाग को इसका फर्क पड़ना जाजिमी है, लेकिन कम कर्मचारियों में भी विभाग को बेहतर कार्य करना होगा.