ETV Bharat / state

पौड़ी: मॉडल के रूप में विकसित होंगे 15 विकास खंडों के 15 गांव

जिलाधिकारी पौड़ी की ओर से आयोजित की गई एक बैठक में 15 विकास खंडों के 15 गांवों को चयनित कर मॉडल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए गए.

villages will be developed as model
मॉडल के रूप में विकसित होंगे गांव
author img

By

Published : Aug 19, 2020, 2:18 PM IST

पौड़ी: जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल का निर्देश है कि जनपद के प्रत्येक विकासखंड में एक गांव को चयनित कर मॉडल के रूप में विकसित किया जाए. जिसमें आईएमए विलेज योजना के अंतर्गत जनपद के 15 विकास खंडों में 15 गांवों का चयन किया गया है. इन्हें एकीकृत दृष्टिकोण से एक मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा.

मॉडल के रूप में विकसित होंगे 15 विकास खंडों के 15 गांव

बता दें कि, जिलाधिकारी पौड़ी की ओर से आयोजित की गई एक बैठक में जिला स्तरीय क्रियान्वयन एवं समन्वय समिति व जलागम/ग्राम्य विकास को अपनी योजनाओं की मदद से 15 गांव को एक मॉडल के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया गया है. गांव में मुर्गी पालन, बकरी पालन, सेब और कीवी की खेती आदि विस्तृत रूप से की जाएगी. जिससे जिले को एकीकृत कृषि क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा सके.

पढ़ें- उत्तराखंड में बढ़ी कोरोना की रफ्तार, एम्स में कोरोना पॉजिटिव तीन मरीजों की मौत

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि जनपद पौड़ी में आईएमए विलेज योजना के तहत प्रत्येक ब्लॉक से एक गांव का चयन किया गया है. प्रत्येक गांव को एक मॉडल के रूप में विकसित किया जाना है. इसके लिए इन गांवों को एकीकृत कृषि के साथ-साथ पशुपालन से भी जोड़ा जाएगा. जिला योजना के तहत इस बार इन मॉडल गांवों में विशेष रूप से सेब और कीवी की खेती की जाएगी.

पौड़ी: जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल का निर्देश है कि जनपद के प्रत्येक विकासखंड में एक गांव को चयनित कर मॉडल के रूप में विकसित किया जाए. जिसमें आईएमए विलेज योजना के अंतर्गत जनपद के 15 विकास खंडों में 15 गांवों का चयन किया गया है. इन्हें एकीकृत दृष्टिकोण से एक मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा.

मॉडल के रूप में विकसित होंगे 15 विकास खंडों के 15 गांव

बता दें कि, जिलाधिकारी पौड़ी की ओर से आयोजित की गई एक बैठक में जिला स्तरीय क्रियान्वयन एवं समन्वय समिति व जलागम/ग्राम्य विकास को अपनी योजनाओं की मदद से 15 गांव को एक मॉडल के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया गया है. गांव में मुर्गी पालन, बकरी पालन, सेब और कीवी की खेती आदि विस्तृत रूप से की जाएगी. जिससे जिले को एकीकृत कृषि क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा सके.

पढ़ें- उत्तराखंड में बढ़ी कोरोना की रफ्तार, एम्स में कोरोना पॉजिटिव तीन मरीजों की मौत

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि जनपद पौड़ी में आईएमए विलेज योजना के तहत प्रत्येक ब्लॉक से एक गांव का चयन किया गया है. प्रत्येक गांव को एक मॉडल के रूप में विकसित किया जाना है. इसके लिए इन गांवों को एकीकृत कृषि के साथ-साथ पशुपालन से भी जोड़ा जाएगा. जिला योजना के तहत इस बार इन मॉडल गांवों में विशेष रूप से सेब और कीवी की खेती की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.