नैनीताल: हिमालयी और पूर्वोत्तर राज्यों के नगर नियोजन नीति निर्धारण को लेकर नैनीताल में दो दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत हो चुकी है. कार्यशाला में भारत सहित जापान, चीन और नेपाल समेत 5 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए. इसके साथ ही उत्तराखंड के 22 शहरों और पूर्वोत्तर क्षेत्र के 10 शहरों के सदस्यों ने प्रतिभाग किया.
कार्यशाला का आयोजन उत्तराखंड प्रशासनिक एकेडमी में किया गया. इस दौरान उत्तराखंड प्रशासनिक एकेडमी के निर्देशक बीपी पांडे ने कहा केंद्र सरकार की अर्बन डेवलपमेंट हाई पावर कमेटी के तत्वावधान में हिमालयी राज्यों को विकसित किए जाने को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. पहाड़ों में होने वाली दिक्कतों और समस्याओं के निस्तारण पर चर्चा की जा रही है.
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उन्होंने कहा बीते कुछ समय में मध्य हिमालयी क्षेत्रों की रचना में तेजी से बदलाव आए हैं. जिससे हिमालयी क्षेत्रों में खतरा उत्पन्न हो रहा है. जिनको विकसित करने और पहाड़ों में मंडरा रहे खतरे को दूर करने को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया है. जिसमें देश विदेश से आए प्रतिनिधि हिमालयी राज्यों को लेकर चर्चा कर रहे हैं.
कार्यशाला में केंद्रीय अर्बन डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन केशव वर्मा ने भी प्रतिभाग किया. इस दौरान उन्होंने कहा हिमालयी क्षेत्र में इन दिनों तेजी से आ रहे बदलाव आने वाले समय के लिए बड़ी चिंता का कारण है. आप की नदियां मध्य हिमालय क्षेत्रों में लगातार तेजी से भूस्खलन हो रहे हैं. जिसके लिए सरकारों को काम करने की आवश्यकता है. साथ ही क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सजग होने की आवश्यकता है. नहीं तो आने वाले समय बेहद खतरनाक और चुनौतीपूर्ण होने वाला है.