रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के लिए यह साल खुशखबरी लेकर आया है. देशभर के टाइगर रिजर्व में बाघों की आबादी के लिहाज से कॉर्बेट सबसे अव्वल है. लेकिन वन्यजीव एक्सपर्ट इसे चिंता का विषय भी बता रहे हैं.
बता दें कि, पिछले हफ्ते जारी आंकड़ों में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पार्क देश में अव्वल नंबर पर आया है. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 231 बाघों के संरक्षण होने की खबर के साथ कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में लगे वेस्टर्न सर्कल में 120 से ज्यादा बाघों की मौजूदगी से अंतरराष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण भी हैरान था.
इस विषय में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि सीटीआर में 231 बाघों की संख्या आंकी गई है. इसके अलावा 35 ऐसे टाइगर है, जो कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में आते-जाते है.
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वन्यजीव एक्सपर्ट और नेचर गाइड संजय छिम्वाल ने बाघों के बढ़ते कुनबे को शुभ संकेत बताया है. इसके साथ ही उन्होंने बाघों की बढ़ती संख्या को गंभीर चुनौती बताते हुए कहा कि इससे मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं बढ़ सकती हैं. साथ ही इलाके को लेकर बाघों में भी अपसी संघर्ष बढ़ेगा. इसके साथ-साथ बाघों के साथ सड़क दुर्घटना भी बढ़ सकती हैं. उन्होंने कहा कि अब वन विभाग को एक ऐसी फुलप्रुफ योजना तैयार करनी होगी, जिसमें मानव और जानवरों के बीच टकराव को कम करने के लिए जंगल में ही जानवरों को पानी और चारा उपलब्ध कराने की कोशिश करनी होगी.