रामनगरः अखिल भारतीय बाघ आकलन-2018 की रिपोर्ट के मुताबिक सूबे में बाघों का कुनबा बढ़ा है. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व देश-विदेश में बाघों के लिए जाना जाता है. हालांकि, अभी तक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से बाघों का अंतिम डाटा नहीं आ पाया है. इस बार बाघों की गणना में लोगों की निगाहें टिकी हुई है. उम्मीद जताई जा रही है कि बाघों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. बाघों की संख्या का आंकड़ा आने में 15 से 30 दिनों का समय लग सकता है.
बता दें कि अखिल भारतीय बाघ आकलन-2018 के बाघों के आंकड़े आ चुके हैं. जबकि, देश के अलग-अलग हिस्सों में बने टाइगर रिजर्व में कितने बाघ बढ़े हैं. इसका डाटा आना अभी बाकी है. अखिल भारतीय बाघ आकलन 2018 के नतीजों के मुताबिक प्रदेश में बाघों की संख्या 102 है. जबकि, पूरे देश में बाघों की संख्या 2967 है.
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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कितनी बाघों की संख्या बढ़ी है, सबकी निगाहें इस पर टिकी है. जिसे लेकर भारतीय वन्यजीव संस्थान लगातार काम कर रहा है. मामले पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार का कहना है कि कॉर्बेट से बाघों की संख्या के आंकड़े आने में 15 से 30 दिन लग सकते हैं.
उन्होंने बताया कि देश के अंदर अलग-अलग टाइगर रिजर्व में कितने बाघ हैं, इस पर भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) अभी काम कर रहा है. साथ ही कहा कि जल्द ही भारतीय वन्य जीव संस्थान और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण बाघों के आंकड़े प्रकाशित करेगा. जिसके बाद ही पता चल सकेगा कि कॉर्बेट में इस बार कितने बाघ बड़े हैं.