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कॉर्बेट में बाघों की संख्या जानने के लिए करना पड़ेगा इंतजार, WII डाटा बनाने में जुटा - रामनगर समाचार

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कितनी बाघों की संख्या बढ़ी है, सबकी निगाहें इस पर टिकी है. जिसे लेकर भारतीय वन्यजीव संस्थान लगातार काम कर रहा है. कॉर्बेट से बाघों की संख्या के आंकड़े आने में 15 से 30 दिन लग सकते हैं.

tigers in corbett
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Published : Aug 7, 2019, 8:10 PM IST

रामनगरः अखिल भारतीय बाघ आकलन-2018 की रिपोर्ट के मुताबिक सूबे में बाघों का कुनबा बढ़ा है. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व देश-विदेश में बाघों के लिए जाना जाता है. हालांकि, अभी तक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से बाघों का अंतिम डाटा नहीं आ पाया है. इस बार बाघों की गणना में लोगों की निगाहें टिकी हुई है. उम्मीद जताई जा रही है कि बाघों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. बाघों की संख्या का आंकड़ा आने में 15 से 30 दिनों का समय लग सकता है.

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कॉर्बेट में बाघों की संख्या जानने के लिए करना पड़ेगा इंतजार.

बता दें कि अखिल भारतीय बाघ आकलन-2018 के बाघों के आंकड़े आ चुके हैं. जबकि, देश के अलग-अलग हिस्सों में बने टाइगर रिजर्व में कितने बाघ बढ़े हैं. इसका डाटा आना अभी बाकी है. अखिल भारतीय बाघ आकलन 2018 के नतीजों के मुताबिक प्रदेश में बाघों की संख्या 102 है. जबकि, पूरे देश में बाघों की संख्या 2967 है.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखड: अब सरकारी अस्पतालों में मुफ्त मिलेगी रोटा वायरस वैक्सीन

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कितनी बाघों की संख्या बढ़ी है, सबकी निगाहें इस पर टिकी है. जिसे लेकर भारतीय वन्यजीव संस्थान लगातार काम कर रहा है. मामले पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार का कहना है कि कॉर्बेट से बाघों की संख्या के आंकड़े आने में 15 से 30 दिन लग सकते हैं.

उन्होंने बताया कि देश के अंदर अलग-अलग टाइगर रिजर्व में कितने बाघ हैं, इस पर भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) अभी काम कर रहा है. साथ ही कहा कि जल्द ही भारतीय वन्य जीव संस्थान और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण बाघों के आंकड़े प्रकाशित करेगा. जिसके बाद ही पता चल सकेगा कि कॉर्बेट में इस बार कितने बाघ बड़े हैं.

रामनगरः अखिल भारतीय बाघ आकलन-2018 की रिपोर्ट के मुताबिक सूबे में बाघों का कुनबा बढ़ा है. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व देश-विदेश में बाघों के लिए जाना जाता है. हालांकि, अभी तक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से बाघों का अंतिम डाटा नहीं आ पाया है. इस बार बाघों की गणना में लोगों की निगाहें टिकी हुई है. उम्मीद जताई जा रही है कि बाघों की संख्या में बढ़ोतरी होगी. बाघों की संख्या का आंकड़ा आने में 15 से 30 दिनों का समय लग सकता है.

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कॉर्बेट में बाघों की संख्या जानने के लिए करना पड़ेगा इंतजार.

बता दें कि अखिल भारतीय बाघ आकलन-2018 के बाघों के आंकड़े आ चुके हैं. जबकि, देश के अलग-अलग हिस्सों में बने टाइगर रिजर्व में कितने बाघ बढ़े हैं. इसका डाटा आना अभी बाकी है. अखिल भारतीय बाघ आकलन 2018 के नतीजों के मुताबिक प्रदेश में बाघों की संख्या 102 है. जबकि, पूरे देश में बाघों की संख्या 2967 है.

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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कितनी बाघों की संख्या बढ़ी है, सबकी निगाहें इस पर टिकी है. जिसे लेकर भारतीय वन्यजीव संस्थान लगातार काम कर रहा है. मामले पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार का कहना है कि कॉर्बेट से बाघों की संख्या के आंकड़े आने में 15 से 30 दिन लग सकते हैं.

उन्होंने बताया कि देश के अंदर अलग-अलग टाइगर रिजर्व में कितने बाघ हैं, इस पर भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) अभी काम कर रहा है. साथ ही कहा कि जल्द ही भारतीय वन्य जीव संस्थान और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण बाघों के आंकड़े प्रकाशित करेगा. जिसके बाद ही पता चल सकेगा कि कॉर्बेट में इस बार कितने बाघ बड़े हैं.

Intro:note- इस खबर के विजुअल wrap से भेजे गए हैं।डेक्स कृपया चैक कर लें।

summary- कॉर्बेट टाइगर रिजर्व देश और विदेश में बाघों की बढ़ती जनसंख्या के रूप में जाना जाता है। एनपीसीए के द्वारा हर चार साल में कराई गई गणना में यहाँ हर बार बाघों की संख्या बढ़ कर सामने आती रही है। इस बार भी बाघों की हुई गणना में लोगों की निगाहे टिकी है। लोगो में उत्सुकता इस बात की है कि इस बार कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कितने बाघ बड़े हैं। लेकिन अभी डब्लू आई आई देश के विभिन्न टाइगर रिजर्व में कितने बाघ बड़े हैं क्रम से निकालने के लिए कार्य कर रहा है। कॉर्बेट में कितने बाघ बड़े हैं इसके लिए 15 से 30 दिनों का इंतजार करना पड़ सकता है।

intro- ऑल इंडिया टाइगर इस्टिमेशन 2018 के बाघों के आंकड़े आ चुके हैं।जबकि देश के अलग-अलग हिस्सों में बने टाइगर रिजर्व में कितने बाघ बढ़े हैं इसका डेटा आना अभी बाकी है। बाघो की राजधानी के रूप में जाना जाने वाले कॉर्बेट टाइगर रिजर्व इस बार कितने बाघो की संख्या बढ़ी है सबकी निगाहें इस पर टिकी है। लेकिन यह जानने के लिए जनता को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि अभी भारतीय वन्यजीव संस्थान इस पर काम कर रहा है।


Body:vo.- देश के अंदर विभिन्न टाइगर रिजर्व और वन प्रभागो में हुई 2018 कि बाघों की गणना के आंकड़े विश्व बाघ दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घोषित कर चुके हैं। परंतु अभी तक अलग-अलग टाइगर रिजर्व और वन प्रभागो में कितने बाघ बड़े हैं यह रिपोर्ट आना बाकी है। जिसका बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। बात करें कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की तो अधिकांश जनता यह जानने के लिए उत्सुक है कि इस बार की गणना में कॉर्बेट के अंदर कितने बाघो की वृद्धि हुई है। इस मामले पर जब कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक से जानकारी ली गई तो पता चला कि अभी कॉर्बेट में बाघों की संख्या के आंकड़े आने में 15 से 30 दिन लग सकते हैं। उन्होंने बताया कि देश के अंदर अलग-अलग टाइगर रिजर्व में कितने बाघ हैं इस पर भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्लू आई आई) अभी काम कर रहा है। जल्द ही भारतीय वन्य जीव संस्थान और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण बाघो के आंकड़े प्रकाशित करेगा। तभी पता चल पायेगा कि कॉर्बेट में इस बार की गणना में कितने बाघ बड़े हैं। आपको बता दें कि कॉर्बेट में इस बार हुई बाघों की गणना में बाघों का 250 का आंकड़ा पार करने की अफवाह ने जन्म ले रखा है। जबकि पिछली 2014 की हुई गणना में 215 बाघ कॉर्बेट में पाए गये थे।

byte- राहुल कुमार (निदेशक,कॉर्बेट टाइगर रिजर्व)


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