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ग्रामीणों ने किया रिवर ट्रेनिंग नीति 2020 का विरोध, DM को भेजा ज्ञापन - कालाढूंगी न्यूज

किसान और ग्रामीणों ने इससे पहले भी नदी नाले से हो रहे खनन को लेकर एसडीएम को ज्ञापन दिया था, लेकिन उस पर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.

Kaladhungi news
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Published : Jun 3, 2021, 10:14 PM IST

रामनगर: सैकड़ों ग्रामीणों ने शुक्रवार को रिवर ट्रेनिंग निधि 2020 का विरोध करते हुए कालाढूंगी तहसील परिसर में पहुंचकर उपजिलाधिकारी गौरव चटवाल के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा है. ग्रामीणों का आरोप है कि रामपुर गांव के बीचो बीच बहते नदी-नाले से नियम अनुसार खनन नहीं किया जा रहा है.

अपने ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि रामपुर गांव के बीचो बीच बहते नदी नाले से हाल ही में विभाग द्वारा रिवर ट्रेनिंग निधि 2020 के हुए टेंडर की खुली बोली बोली गई थी, जो हल्द्वानी के रणवीर सिंह मेहरा के नाम पर छूटी थी. नदी के आसपास दो दर्जन से अधिक मकान है, जहां किसानों की कृषि भूमि व मकानों को देखते हुए खनन कार्य तरीके से नहीं किया जा रहा है. खनन होने से बरसात के दौरान आसपास के घरों को कृषि भूमि का भू-कटाव हो रहा है.

पढ़ें- बेरीनाग में मिला दुलर्भ प्रजाति का घायल सफेद उल्लू, वन विभाग ने कराया इलाज

किसान व ग्रामीणों ने इससे पहले भी नदी नाले से हो रहे खनन को लेकर एसडीएम को ज्ञापन दिया था, लेकिन उस पर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. उन्होंने पूर्व में दिए ज्ञापन में यह भी कहा था कि नदी से होने वाले चुगान में नाले के आसपास रह रहे हैं. किसानों व स्थानीय ग्रामीणों को अपने मकान बनाने के लिए नि:शुल्क रेता दिया जाएगा, साथ ही उन्होंने खनन कार्य में बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिए जाने की मांग की थी.

रामनगर: सैकड़ों ग्रामीणों ने शुक्रवार को रिवर ट्रेनिंग निधि 2020 का विरोध करते हुए कालाढूंगी तहसील परिसर में पहुंचकर उपजिलाधिकारी गौरव चटवाल के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा है. ग्रामीणों का आरोप है कि रामपुर गांव के बीचो बीच बहते नदी-नाले से नियम अनुसार खनन नहीं किया जा रहा है.

अपने ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि रामपुर गांव के बीचो बीच बहते नदी नाले से हाल ही में विभाग द्वारा रिवर ट्रेनिंग निधि 2020 के हुए टेंडर की खुली बोली बोली गई थी, जो हल्द्वानी के रणवीर सिंह मेहरा के नाम पर छूटी थी. नदी के आसपास दो दर्जन से अधिक मकान है, जहां किसानों की कृषि भूमि व मकानों को देखते हुए खनन कार्य तरीके से नहीं किया जा रहा है. खनन होने से बरसात के दौरान आसपास के घरों को कृषि भूमि का भू-कटाव हो रहा है.

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किसान व ग्रामीणों ने इससे पहले भी नदी नाले से हो रहे खनन को लेकर एसडीएम को ज्ञापन दिया था, लेकिन उस पर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. उन्होंने पूर्व में दिए ज्ञापन में यह भी कहा था कि नदी से होने वाले चुगान में नाले के आसपास रह रहे हैं. किसानों व स्थानीय ग्रामीणों को अपने मकान बनाने के लिए नि:शुल्क रेता दिया जाएगा, साथ ही उन्होंने खनन कार्य में बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिए जाने की मांग की थी.

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