हल्द्वानी: गौलापार क्षेत्र के 11 गांव में सिंचाई का संकट खड़ा होने के बाद नाराज ग्रामीणों ने गोला बाईपास हाईवे पर जाम लगा दिया. आनन-फानन में सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस-प्रशासन की टीम ने किसी तरह ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया. वहीं, इस दौरान करीब दो घंटे तक हाईवे पर आवाजाही बाधित रही.
बता दें कि बीते दिनों आई आपदा और बरसात के चलते गौलापार क्षेत्र की मुख्य सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त हो गई थी. जिसके चलते 11 गांव के सामने सिंचाई संकट खड़ा हो गया है. वहीं, गौलापार क्षेत्र के ग्रामीण नहर को ठीक कराने के लिए पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन और अधिकारियों को ज्ञापन देते आ रहे हैं.
ग्रामीणों ने प्रशासन को सिंचाई नहर को तीन दिन में दुरुस्त करने की चेतावनी दी थी. जिसके बाद शुक्रवार सुबह भारी संख्या में ग्रामीण काठगोदाम-सितारगंज हाईवे को जाम कर दिया. वहीं, सूचना पाकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी धरना स्थल पर पहुंच गए. जहां उन्होंने धरने का समर्थन देते हुए अधिकारियों से वार्ता कर जल्द समस्या के निस्तारण की मांग की.
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वहीं, जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को आज शाम को वार्ता का आश्वासन दिया. करीब दो घंटे मार्ग पर आवाजाही बाधित रही, जिसके बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया. ग्रामीणों का कहना है कि नहर के क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्र में सिंचाई संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में उनके खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है. जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.