रामनगर: शहर की गंदगी खेती की सिंचाई करने वाली नहर में मिलने से ग्रामीणों में काफी रोष है. ग्रामीणों का कहना है कि शहर भर के गंदे पानी की निकासी नहर में आने के कारण खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसको लेकर ग्रामीणों ने नगर पालिका के चेयरमैन को ज्ञापन दिया है.
ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार सूचना देने के बाद भी नगर पालिका कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. गांव के शंकर सिंह रावत ने बताया कि नदियों से साफ पानी नहरों में निकला करता था, लेकिन शहरों की गंदगी आने के बाद अब उस पानी में हाथ डालने पर एलर्जी हो जा रही है. ये एक गंभीर समस्या है, जिसके लिए हम लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं. ये नहर ग्रामीण इलाकों की लाइफलाइन है.
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वहीं, इस मामले में नगर पालिका के चेयरमैन मोहम्मद अकरम ने बताया कि बहुत दिनों से सीवर लाइन डलवाने का प्रयास किया जा रहा है. सिविल लाइन में एक अरब 65 करोड़ रुपये का खर्चा है, जिसमें पानी की पाइप लाइन डाली जा चुकी है. वहीं, गांव में कहीं भी गंदा पानी न पहुंचे, उसके इंतजाम जल्द किए जाएंगे.