देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अनिल रतूड़ी की पुस्तक ‘‘खाकी में स्थितप्रज्ञ’’ का विमोचन करने के लिए आईआरडीटी सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुस्तक का विमोचन किया. पुस्तक में लेखक अनिल रतूड़ी ने पुलिस अधिकारी के रूप में साढ़े तीन दशक के अनुभव के आधार पर महत्वपूर्ण यादों, अनुभवों और चुनौतियों को समाहित किया है.
सेवा में आने वाले लोगों को पुस्तक से मिलेगी मदद: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अनिल रतूड़ी ने इस पुस्तक के जरिए एक पुलिस अधिकारी के रूप में अपने सेवाकाल की यादों, अनुभवों और चुनौतियों को बेहतर तरीके से रखा है. साथ ही सफलता और असफलता दोनों में एक समान रहना स्थितप्रज्ञ है. ये पुस्तक सेवा में आ रहे लोगों को निर्णय लेने में मदद करेगी.
उत्तराखंड मेल-मिलाप वाला राज्य: उत्तराखंड लोक और निजी संपत्ति क्षति वसूली (अध्यादेश) विधेयक को राजभवन से मंजूरी मिलने पर सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड मेल-मिलाप और प्रेम से रहने वाला राज्य है. यहां पर दंगा, आगजनी, उपद्रव और तोड़फोड़ का कोई स्थान नहीं है. पहले लोगों ने ऐसा प्रयास किया है, लेकिन भविष्य में इस तरह की घटनाएं होना बहुत दूर की बात है. दंगारोधी कानून को विधेयक के रूप में मान्यता मिल गई है. ऐसे में सरकारी या निधि संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों से ही नुकसान की भरपाई की जाएगी.
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