हल्द्वानी: लॉकडाउन का प्रभाव सब्जियों के दामों पर देखा जा रहा है. जहां पिछले साल मई और जून महीने में आलू 10 से 12 रुपए प्रतिकिलो तक बिक रहा था वहीं, इस साल आलू के दामों में दोगुने से भी अधिक की वृद्धि हुई है. वर्तमान में आलू 22 से 25 रुपए तक प्रतिकिलो बिक रहा है. लेकिन बात अगर हरी सब्जियों की करें तो सब्जियों के दामों में 40% तक गिरावट देखी जा रही है.
हल्द्वानी सब्जी मंडी में पिछले साल इस समय आलू की कीमत 10 से 12 रुपए किलो थी. इस बार आलू 22 से 25 रुपए किलो बिक रहा है. इसके अलावा पिछले साल प्याज की कीमत 12 से 13 रुपए किलो थी. प्याज इस साल भी उसी कीमत पर मिल रहा है. वहीं, लॉकडाउन की मार सबसे ज्यादा हरी सब्जियों पर पड़ी है. मंडी में हरी सब्जियों के दामों में 40% तक की गिरावट देखी जा रही है.
सब्जी | जून 2019 की कीमत | जून 2020 की कीमत |
आलू | 10-12 रुपए/किलो | 22-25 रुपए/किलो |
प्याज | 12-13 रुपए/किलो | 12-13 रुपए/किलो |
गोभी | 35-40 रुपए/किलो | 15-20 रुपए/किलो |
टमाटर | 35-40 रुपए/किलो | 10-12 रुपए/किलो |
लौकी | 10-12 रुपए/किलो | 4-6 रुपए/किलो |
शिमला मिर्च | 20 रुपए/किलो | 5-10 रुपए/किलो |
भिंडी | 15-20 रुपए/किलो | 8-10 रुपए/किलो |
हल्द्वानी मंडी के आलू-फल-सब्जी एसोसिएशन के अध्यक्ष जीवन सिंह कार्की ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से लोग सब्जियों की कम खरीददारी कर रहे हैं. लोगों के पास पैसे नहीं है. खेतों में सब्जियों का उत्पादन हो रहा है, लेकिन बाहर से मंडियों तक सब्जियां नहीं पहुंच पा रही हैं. बाजारों में सब्जियों की डिमांड नहीं है, जिसके चलते हरी सब्जियों के दामों में 40% तक गिरावट देखी जा रही है.
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वहीं, आलू व्यापारी नीरज गर्ग के मुताबिक पंजाब सहित अन्य प्रदेशों से आने वाला आलू इस साल मंडियों में कम पहुंच रहा है. बेमौसम हुई बरसात के चलते कई प्रदेशों का आलू खराब हो चुका है. इस वर्ष आलू का उत्पादन कम हुआ है, जिसके चलते कोल्ड स्टोर में आलू का स्टॉक कम है. इसकी वजह से आलू के दामों में इजाफा देखा जा रहा है.