हल्द्वानी : ऐतिहासिक पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच आठ जनवरी से 15 जनवरी तक प्रसिद्ध उत्तरायणी मेले का आयोजन कर रहा है. मेले की भव्य तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं. खास बात ये है कि हल्द्वानी में आयोजित होने वाला उतरायणी मेला इस वर्ष अपने 41वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है.
मेले में पहाड़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ-साथ पहाड़ी उत्पाद भी देखने को मिलेंगे. मेले के संयोजक भुवन चंद्र जोशी ने बताया कि हल्द्वानी का उत्तरायणी मेला बागेश्वर के बाद दूसरा सबसे बड़ा मेला है. आठ जनवरी को गोलज्जू भगवान की पूजा अर्चना के साथ शुरू होने वाले उत्तरायणी मेले में कुमाउंनी लोक संस्कृति, लोक कला और पहाड़ी खेलों को बढ़ावा देने के साथ-साथ सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं भी की जाएंगी.
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उत्तरायणी महोत्सव में उत्तराखंडी लोक कलाकारों के साथ-साथ तराई भाबर के दिल्ली और मुंबई से उत्तराखंडी कलाकार भी प्रतिभाग करेंगे.