नैनीताल: साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अब उत्तराखंड क्रांति दल चुनावी मोड में आ गया है. इसी कड़ी में नैनीताल के पूर्व विधायक नारायण सिंह जानतवाल के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया. इस दौरान करीब दर्जन भर से अधिक लोगों ने उत्तराखंड क्रांति दल की सदस्यता भी ली.
इस दौरान पूर्व विधायक नारायण सिंह जनतवाल ने कहा कि उत्तराखंड गठन के बाद से भाजपा और कांग्रेस ने बारी-बारी प्रदेश पर राज किया. लेकिन किसी भी राजनीतिक पार्टी ने राज्य आंदोलनकारियों की अवधारणाओं की तरफ ध्यान नहीं दिया, जिसकी वजह से आंदोलनकारियों के सपनों का प्रदेश आज तक नहीं बन सका है. ऐसे में आज भी प्रदेश से लोग पलायन करने को मजबूर हैं. पूर्व विधायक ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का स्तर गिर रहा है और बेरोजगारी बढ़ रही है. लेकिन इसके बावजूद वर्तमान सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है, जिसकी वजह से प्रदेश लगातार गर्त की ओर जा रहा है. यही कारण है कि उत्तराखंड क्रांति दल एक बार फिर मजबूती से चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है.
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वहीं, उक्रांद के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व विधायक नारायण सिंह जनतवाल ने कांग्रेस और भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी उत्तराखंड में इन दोनों राजनीतिक पार्टियों की सरकार बनी है, उत्तराखंड का नेतृत्व दिल्ली में बैठे हाईकमान से किया जाता है, जिसकी वजह से प्रदेश की स्थिति दिन ब दिन गिरती जा रही है. दोनों ही राजनीतिक पार्टियां संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए सामंतवादी नीति अपना रही हैं. इतना ही नहीं दोनों ही पार्टियों द्वारा प्रदेश की जनता से छलावा किया जा रहा है और बुनियादी सुविधाओं से अछूता रखा गया. लिहाजा साल 2022 के विधानसभा चुनाव में उक्रांद जनता के विभिन्न मुद्दों को लेकर चुनावी रण में उतरेगी और कांग्रेस और भाजपा को इसका करारा जवाब देगी.