नैनीताल: यूं तो सरोवर नगरी नैनीताल अपनी सुंदरता और खूबसूरत वादियों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है, लेकिन अब जल्द ही सरोवर नगरी नैनीताल को मिनी बॉलीवुड के नाम से भी जाना जाएगा. क्योंकि सरकार ने नैनीताल के पटवाडांगर में फिल्म सिटी बनाने का फैसला किया है. फिल्म सिटी बनने से नैनीताल को एक नई पहचान मिलेगी.यह उत्तराखंड की पहली फिल्म सिटी होगी.
नैनीताल में जल्द ही देश-विदेश के बड़े-बड़े फिल्म निर्देशक और एक्टर शूटिंग करते नजर आएंगे. नैनीताल की सुंदर वादियां फिल्म बनाने के लिए बेहद उपयुक्त स्थान है. बीते साल नैनीताल में 6 फिल्मों की शूटिंग हुई है.
अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही फिल्म सिटी बनाने का काम शुरू किया जाएगा. जिसके लिए राज्य सरकार ने भी उत्तराखंड को फिल्म डेस्टिनेशन बनाने की पहल कर चुकी है. अगर फिल्म सिटी बनी तो सबसे ज्यादा फायदा इसका युवाओं और कलाकारों को होगा. युवाओं को घर बैठे रोजगार के अवसर मिलेंगे. साथ ही अभिनय के क्षेत्र में छुपी हुई प्रतिभाओं को भी निखरने का मौका मिलेगा.
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बता दें, नैनीताल में 60 के दशक से फिल्मों की शूटिंग शुरू हुई थी. तब से लेकर अब तक कई फिल्में नैनीताल में शूट हो चुकीं हैं-
साल | फिल्म का नाम |
1964 | शगुन |
1970 | कटी पतंग |
1987 | हुकूमत |
1993 | गुमराह |
2003 | बाज |
2003 | कोई मिल गया |
2018 | ब्रीद और मिसेज सीरयल किलर (वेब सीरीज) |
उत्तराखंड फिल्म आयोग के अध्यक्ष सुदर्शन लाल शाह का कहना है कि नैनीताल के बलदीया खान में 2016 में फिल्म सिटी बनाने की घोषणा की गई थी. फिल्म सिटी बनाने की घोषणा के बाद सरकार द्वारा फिल्म बोर्ड का गठन भी किया गया. बोर्ड के द्वारा क्षेत्र का भ्रमण किया गया और टीम ने क्षेत्र की रिपोर्ट सरकार को भेजी और कहा कि फिल्म सिटी बनाने के लिए उपयुक्त जगह है. जिसके लिए सभी कार्रवाई पूरी कर ली गई लेकिन आज तक फिल्म सिटी नहीं बनाई गई है. फिल्म सिटी बनाने को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है, ताकि जल्द से जल्द नैनीताल को फिल्म सिटी के रूप में विकसित किया जा सके.